Chapter 4: रानी भी

Hindi • Class 1

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Chapter Analysis

Beginner8 pages • Hindi

Quick Summary

यह कहानी दो बहनों, इमा और रानी की है। रानी अपनी बहन इमा के जैसे सभी काम करना चाहती है। इमा जब स्कूल जाने के लिए तैयार होती है, तो रानी भी उसी की तरह सब कुछ करने की कोशिश करती है, जैसे कंघी करना और चप्पल पहनना। अंत में, माँ रानी को समझाती है कि वह अभी स्कूल जाने के लिए बहुत छोटी है और थोड़ी बड़ी होकर वह स्कूल जा सकेगी।

Key Topics

  • कहानी का मुख्य पात्र
  • बच्चों की मासूमियत
  • नकल करने की प्रवृत्ति
  • माता-पिता का मार्गदर्शन
  • भाई-बहन का प्यार
  • बाल्यमन की जिज्ञासा

Learning Objectives

  • बच्चों में नकल करने की प्रवृत्ति को समझना।
  • भाई-बहनों के बीच के रिश्ते को पहचानना।
  • माता-पिता का मार्गदर्शन कैसे मदद करता है, इसे समझाना।
  • बच्चों की मासूमियत के महत्व को समझाना।

Questions in Chapter

रानी इमा के साथ स्कूल क्यों जाना चाहती थी?

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माँ ने रानी को स्कूल क्यों नहीं जाने दिया?

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दोनों बहनों के नाम बताइए।

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Additional Practice Questions

रानी के स्कूल जाने की इच्छा पर अपनी राय लिखिए।

medium

Answer: रानी अपनी बहन के जैसे स्कूल जाना चाहती थी क्योंकि वह इससे प्रेरित थी। बच्चों में अपने बड़ों की नकल करने की प्रवृत्ति होती है, जो उनके सीखने का एक हिस्सा है।

कहानी में रानी की भावनाओं का वर्णन कीजिए जब वह माँ से स्कूल न जाने का कारण सुनती है।

medium

Answer: रानी को निराशा हुई जब माँ ने उसे बताया कि वह अभी बहुत छोटी है। लेकिन माँ के समझाने पर उसे यह भी महसूस हुआ कि वह थोड़ी बड़ी होकर स्कूल जा सकेगी।

कहानी में रानी और इमा के बीच क्या समानताएँ और भिन्नताएँ थीं?

easy

Answer: समानता यह थी कि दोनों बहनें एक-दूसरे के साथ रहना पसंद करती थीं और भिन्नता यह थी कि इमा स्कूल जा सकती थी जबकि रानी नहीं।

अगर रानी स्कूल जाती तो उसका दिन कैसा होता?

medium

Answer: यदि रानी स्कूल जा पाती, तो वह अपने जैसे अन्य बच्चों के साथ खेलती, नई चीजें सीखती और अपनी बहन इमा के अनुभव साझा कर पाती।

अपने शब्दों में बताइए कि माँ ने रानी को समझाने के लिए कौन-कौन से तर्क दिए।

hard

Answer: माँ ने रानी को यह समझाया कि वह अभी बहुत छोटी है और उसे थोड़ी बड़ी होने का इंतजार करना चाहिए। मासूमियत के साथ उसे आश्वासन दिया कि समय आने पर वह भी स्कूल जा सकेगी।