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Chapter Analysis
Intermediate20 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में प्रकाश के परावर्तन और अपवर्तन की विशेषताओं का विश्लेषण किया गया है। इसमें गोलीय दर्पणों और लेंसों के माध्यम से प्रकाश की किरणों के परावर्तन और अपवर्तन का अध्ययन शामिल है। यह भी समझाया गया है कि ये कितनी महत्वपूर्ण हैं और उनके वास्तविक जीवन में उपयोग कैसे होते हैं। इस अध्धयन के माध्यम से प्रकाशीय घटनाओं के मू्लभूत सिद्धांतों को सरलरेखीय गमन की अवधारणा के साथ समझाया गया है।
Key Topics
- •प्रकाश का परावर्तन
- •गोलीय दर्पण
- •प्रकाश का अपवर्तन
- •उत्तल और अवतल लेंस
- •आपतन और परावर्तन के नियम
- •वास्तविक और आभासी छवि
- •वक्रता त्रिज्या और फोकस दूरी
- •वास्तविक जीवन में लेंस और दर्पण का प्रयोग
Learning Objectives
- ✓प्रकाश की परावर्तन क्षमता को समझना
- ✓गोलीय दर्पण के सिद्धांतों का अध्धयन करना
- ✓उत्तल और अवतल लेंस के उपयोग पर विचार करना
- ✓आपतन कोण और परावर्तन कोण के बीच संबंध समझना
- ✓वास्तविक और आभासी छवि के निर्माण की प्रक्रिया को समझना
- ✓प्रकाश का सरलरेखी गमन का विश्लेषण करना
Questions in Chapter
अविल दर्पण के मुख्य फोकस की परिभाषा लिखिए।
Answer: अविल दर्पण के मुख्य फोकस वह बिन्दु होता है जहाँ पर भ्रमणिक धरणाएँ प्रत्यक्ष प्रतीत होती हैं।
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एक गोलिय दर्पण की वक्रता त्रिज्या 20 cm है। इसकी फोकस दूरी क्या होगी?
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उस दर्पण का नाम बताइए, जो तंबू का सीधा वास्तविक प्रतिबिंब बना सके।
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हम वाहनों में उत्तल दर्पण को रचिदृश्य दर्पण के रूप में क्यों देखें हैं?
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किसी उत्तल लेंस का आधा भाग काले कागज से ढक दिया गया है। क्या यह लेंस किसी बिंब का पूरा प्रतिबिंब बना पाएगा?
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5 cm लंबा कोई बिंब 10 cm फोकस दूरी के किसी अपभारी लेंस से 25 cm दूरी पर रखा जा रहा है। प्रकाश किरण-आरेख खींचकर बनने वाले बिंब की स्थिति, साइज़ तथा प्रकृति ज्ञात कीजिए।
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15 cm फोकस दूरी का कोई अव्ल विश्यक लेंस किसी बिंब का प्रतिबिंब लेंस से 10 cm दूरी पर बना रहा है। बिंब लेंस से कितनी दूरी पर स्थित है?
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15 cm फोकस दूरी के किसी उत्तल दर्पण से कोई बिंब 10 cm दूरी पर रखा है। प्रतिबिंब की स्थिति तथा प्रकृति ज्ञात कीजिए।
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Additional Practice Questions
एक सहारे के लिए उत्तल लेंस का प्रयोग कैसे किया जा सकता है?
mediumAnswer: उत्तल लेंस का प्रयोग प्रकाश की किरणों को अभिसारित करने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग दूरबीनों और माइक्रोस्कोप में विस्तारिक छवि बनाने में होता है।
गोलाकार दर्पण के प्राथमिक कर्णों के प्रयोग द्वारा चित्र कैसे बनता है?
mediumAnswer: गोलाकार दर्पणों में प्रकाश की किरणें कर्ण के पक्ष में संकेंद्रित होती हैं जिससे प्रतिबिंब का निर्माण होता है। यह विन्यास के अनुपात में वास्तविक या आभासी हो सकता है।
हम उत्तल दर्पण किस परिपेक्ष में प्रयोग करते हैं?
easyAnswer: उत्तल दर्पण का प्रमुख प्रयोग ड्राइवर के दृष्टिकोण को विस्तृत करने में होता है, जिससे वह अधिक क्षेत्र देख सकता है।
आभासी छवि कब बनती है?
mediumAnswer: जब प्रकाश की किरणें किसी माध्यम से गुजरती हैं और मिलने के स्थान के बजाय दूरस्थ स्थान के रूप में अपवर्तित होती हैं, तब आभासी छवि बनती है।
परावर्तन के नियमों को सरल शब्दों में समझाइए।
easyAnswer: परावर्तन में, आपतन कोण हमेशा परावर्तन कोण के बराबर होता है। आवर्तित प्रकाश की किरण अपने माध्यम में वापस आती है।