Chapter 4: लेन-देनों का अभिलेखन - 2

Accountancy Part 1 - Hindi • Class 11

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Chapter Analysis

Intermediate14 pages • Hindi

Quick Summary

यह अध्याय लेन-देन के विभिन्न प्रकार और उनके अभिलेखन के तरीकों पर केंद्रित है। इसमें मुख्यत: नकद बही, खरीद बिक्री बही, और बैंक लेजर के उपयोग का वर्णन किया गया है। छात्र इस अध्याय के माध्यम से लेन-देन की प्रविष्टियों की समझ विकसित कर सकते हैं और इन्हें अपने व्यापारिक लेन-देन में कैसे दर्ज किया जाता है यह सीख सकते हैं।

Key Topics

  • लेन-देन का अभिलेखन
  • नकद खाता प्रबंधन
  • बही खाता प्रणाली
  • खरीद बिक्री बही की आवश्यकता
  • बैंक लेजर उपयोग
  • व्यापारिक लेन-देन की प्रविष्टियाँ

Learning Objectives

  • लेन-देन की प्रविष्टियों को क्रमबद्ध करना सीखना
  • विभिन्न प्रकार की बही खाता प्रणालियों को समझना
  • बैंक लेजर के सही उपयोग का ज्ञान प्राप्त करना
  • खरीद बिक्री बही के लाभों को विस्तार से समझना
  • नकद खाते के प्रारूप और इसकी महत्वता को जानना

Questions in Chapter

फिर से खाता बनाने के तीन उद्देश्य लिखें।

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ब्यौरेवार 'खुले तो', 'पूर्ण भुगतान', और 'विधान' के तरीकों को समझाएं।

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खाते नियंत्रण निर्देश की विधि के बारे में बताएं और इसके लाभ बताएं।

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Additional Practice Questions

खातों के विभाजन की आवश्यकता क्यों होती है?

medium

Answer: खातों का विभाजन व्यय और आय को क्रमबद्ध तरीके से संचित करने और वित्तीय जानकारी को सुव्यवस्थित तरीके से प्रस्तुत करने की अनुमति देता है। यह व्यवसाय की वित्तीय स्थिति और प्रदर्शन का विश्लेषण करने के लिए भी आवश्यक है।

नकद खाता दर्ज करने का प्रारूप क्या है और इसका अर्थ स्पष्ट करें?

easy

Answer: नकद खाता रिकॉर्ड एक व्यापारिक प्रतिष्ठान के सभी नकद लेन-देन को क्रमबद्ध तरीके से संरक्षित करने के लिए तैयार किया जाता है। इसमें मुख्य रूप से तिथि, प्राप्तकर्ता, भुगतान किए गए राशि, तथा शेष राशि का ब्यौरा शामिल होता है।

लेजर के प्रकार कौन-कौन से होते हैं और उनके उपयोग क्या हैं?

hard

Answer: लेजर मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं: सामान्य लेजर, खाते लेजर और व्यक्तिगत खाते लेजर। सामान्य लेजर का उपयोग सभी प्रकार के व्यय और आय को दर्ज करने के लिए होता है। खाते लेजर का उपयोग विशेष चालान के लिए होता है। व्यक्तिगत खाते लेजर की सहायता से ग्राहक और विक्रेता के साथ प्रस्तुत संबंधों का इतिहास दर्ज किया जा सकता है।