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Chapter Analysis
Intermediate12 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में उत्सर्जी उत्पाद, जैसे कि यूरिया और अन्य नाइट्रोजनयुक्त अपशिष्ट उत्पादों का निर्माण और निष्कासन प्रक्रिया को समझाया गया है। यह प्रक्रिया मुख्य रूप से गुर्दों के द्वारा होती है जहाँ गुर्दा प्रणाली के विभिन्न हिस्से, जैसे नेफ्रॉन, पुनःशोषण और स्रावण जैसी क्रियाओं में भाग लेते हैं। शरीर में विभिन्न अवधारणाओं को संतुलित रखने के लिए विभिन्न कार्बनिक और अकार्बनिक उत्पादों का निष्कासन आवश्यक होता है।
Key Topics
- •गुर्दा और इसकी संरचना
- •नेफ्रॉन का कार्य
- •मूत्र निर्माण की प्रक्रिया
- •गुर्दा द्वारा पुनःशोषण
- •उत्सर्जन प्रक्रिया में शामिल अंग
Learning Objectives
- ✓उत्सर्जी उत्पादों के निर्माण की प्रक्रिया को समझना
- ✓गुर्दा की संरचना और कार्यात्मक इकाइयों को पहचानना
- ✓मूत्र निर्माण के विभिन्न चरणों को विश्लेषित करना
- ✓पुनःशोषण और स्रावण के महत्व को समझना
Questions in Chapter
गुर्दा के कार्य को समझाइए।
Answer: गुर्दा रक्त में से व्यर्थ और अतिरिक्त पदार्थों को छानने के लिए उत्तरदायी होता है, जिससे यूरिया का निर्माण होता है।
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मूत्र का निर्माण किन प्रक्रियाओं से होता है?
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Additional Practice Questions
नेफ्रॉन की संरचना और कार्य को विस्तार से समझाइए।
mediumAnswer: नेफ्रॉन गुर्दा की मूलभूत कार्यात्मक इकाई है, जिसमें ग्लोमेरुलस और ट्यूबल्स शामिल होते हैं। यह रक्त से अपशिष्ट को छानकर मूत्र बनाते हैं और पुनः अवशोषण के माध्यम से जल और आयनों को संतुलित रखते हैं।
यूरिया चक्र क्या है और इसका जैविक महत्व क्या है?
hardAnswer: यूरिया चक्र, लीवर में होता है जहाँ अमोनिया को कम जहरीले यूरिया में परिवर्तित किया जाता है। यह चक्र नाइट्रोजन अपशिष्ट के सुरक्षित निष्कासन और प्रोटीन चयापचय के प्रबंधन में महत्वपूर्ण है।