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Chapter Analysis
Intermediate23 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में व्यापार के वित्तीय संसाधनों का वर्णन किया गया है। इसमें आंतरिक और बाह्य स्रोतों के बीच फर्क तथा उनके उपयुक्त उपयोग की जानकारी दी गई है। वित्तीय स्रोतों को अवधारणा, स्वामित्व और अवधि के आधार पर वर्गीकृत किया गया है। इसे व्यवसाय की स्थापना और संचालन के लिए आवश्यक पूंजी के स्रोतों के लिए मार्गदर्शन के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
Key Topics
- •वित्तीय स्रोतों की अवधारणा
- •वित्तीय स्रोतों का वर्गीकरण
- •आंतरिक और बाह्य पूंजी स्रोत
- •दीर्घ और अल्प अवधि ऋण
- •वित्तीय संस्थानों की भूमिका
- •व्यवसाय के लिए निवेश के प्रकार
Learning Objectives
- ✓व्यावसायिक वित्त का अर्थ और महत्व समझाना
- ✓वित्तीय स्रोतों का वर्गीकरण करना
- ✓विभिन्न वित्तीय स्रोतों के गुणों और सीमाओं का मूल्यांकन करना
- ✓आंतरिक और बाह्य वित्तीय स्रोतों की पहचान करना
- ✓उपयुक्त वित्तीय स्रोतों के चयन के कारकों का मूल्यांकन करना
Questions in Chapter
व्यवसाय वित्त किसे कहते हैं? व्यवसाय को कोषों की आवश्यकता क्यों होती है?
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दीर्घ अवधि और अल्प अवधि वित्त जुटाने के स्रोतों की सूची बनाइये।
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कोष जुटाने के आंतरिक और बाह्य स्रोतों में क्या अंतर है? समझाइये।
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पूर्वाधिकार अशंधारकों को कौन-कौन से पूर्वाधिकार प्राप्त हैं?
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किन्हीं तीन विशिष्ट वित्तीय संस्थानों के कार्य दीजिए और उनके उद्देश्य भी बताइये।
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GDR और ADR में क्या अंतर है? समझाइये।
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Additional Practice Questions
पूर्ण पूंजी संरचना का अर्थ और उसका व्यवसायिक वित्त में महत्व समझाइये।
mediumAnswer: पूर्ण पूंजी संरचना संचित आय, ऋणपत्र, बैंक ऋण आदि से पूंजी जुटाने का तरीका है। इसका महत्व सही वित्तीय योजना और संसाधन के उपयुक्त उपयोग में है।
वित्तीय प्रबंधन के प्रमुख उद्देश्यों का वर्णन करें।
mediumAnswer: वित्तीय प्रबंधन के मुख्य उद्देश्य वित्तीय संसाधनों का उचित आवंटन, जोखिम प्रबंधन, और पूंजी की लागत को कम करना है।
विभिन्न वित्तीय स्रोतों के विकल्पों के उपयोग के फायदे और नुकसान क्या हैं?
mediumAnswer: आंतरिक स्रोतों से पूंजी जुटाना जोखिम कम करता है लेकिन सीमित होता है। बाह्य स्रोत विस्तृत होते हैं लेकिन उच्च ब्याज लागत या स्वामित्व की भूमिका हो सकती है।
ऋण जुटाने के विभिन्न साधनों की तुलना करें।
mediumAnswer: ऋण जुटाने के साधनों में ऋणपत्र, बैंक ऋण और वाणिज्यिक पत्र शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक का अपना लाभ और जोखिम होता है।
वित्तीय संसाधनों के सांविधिक और अनुबन्धिक पहलुओं का विश्लेषण करें।
hardAnswer: वित्तीय संसाधनों के सांविधिक पहलू में कानूनी रेगुलेशन और अनुबंध के शर्तें शामिल होती हैं, जो व्यवसाय की संरचना और जोखिम को प्रभावित करती हैं।