Chapter 10: सूरदास

Hindi - Antra • Class 11

Download PDF

Loading PDF...

Chapter Analysis

Intermediate5 pages • Hindi

Quick Summary

इस अध्याय में सूरदास के जीवन और उनकी रचनाओं का गहन विश्लेषण किया गया है। सूरदास की कला और उनकी भक्ति-भावना को मुखरित करते हुए, उनके काव्य में कृष्ण की बाल लीलाओं का सुंदर वर्णन किया गया है। अध्याय में सूरदास की साहित्यक विशेषताओं और उनके योगदान पर भी चर्चा की गई है, जिसमें उनके काव्य में निहित दार्शनिक और आध्यात्मिक तत्वों को समझा गया है।

Key Topics

  • सूरदास का जीवन
  • कृष्ण की बाल लीलाएँ
  • साहित्यिक विशेषताएँ
  • दार्शनिक तत्व
  • भक्तिवाद
  • सामाजिक चित्रण
  • भक्ति काव्य की विशेषताएँ
  • सूरदास की रचनाएँ

Learning Objectives

  • सूरदास के जीवन पर आधारित जानकारी प्राप्त करना
  • सूरदास के काव्य में निहित भावनात्मक तत्वों को समझना
  • सूरदास की भक्ति भावना और उनके साहित्यिक योगदान का मूल्यांकन करना
  • कृष्ण की बाल लीलाओं के संदर्भ में सूरदास के दृष्टिकोण का विश्लेषण करना
  • सूरदास के साहित्य में दार्शनिक और सामाजिक तत्वों की पहचान करना
  • भक्ति काल के अन्य कवियों के साथ सूरदास की तुलना करना

Questions in Chapter

^kSyu esa dks dkdks xqlS;k¡* in esa Ñ".k vkSj lqnkek osQ chp fdl ckr ij rdjkj gqbZ\

Page 117

[ksy esa :Busokys lkFkh osQ lkFk lc D;ksa ugha [ksyuk pkgrs\

Page 117

[ksy esa Ñ".k osQ :Bus ij muosQ lkfFk;ksa us mUgsa Mk¡Vrs gq, D;k&D;k roZQ fn,\

Page 117

Ñ".k us uan ckck dh nqgkbZ nsdj nk¡o D;ksa fn;k\

Page 117

bl in ls cky&euksfoKku ij D;k izdk'k iM+rk gS\

Page 117

^fxfjèkj ukj uokofr* ls l[kh dk D;k vk'k; gS\

Page 117

Ñ".k osQ vèkjksa dh rqyuk lst ls D;ksa dh xbZ gS\

Page 117

ifBr inksa osQ vk/kj ij lwjnkl osQ dkO; dh fo'ks"krk,¡ crkb,A

Page 117

fuEufyf[kr i|ka'kksa dh lanHkZ lfgr O;k[;k dhft,µ tkfr&ik¡fr------------rqEgkjS xS;k¡A lqfu jh------------uokofrA

Page 117

Additional Practice Questions

सूरदास के काव्य में कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किस प्रकार किया गया है?

medium

Answer: सूरदास के काव्य में कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन अत्यंत सौंदर्यमय और भावनात्मक तरीके से किया गया है, जिसमें उनकी चेष्टाओं और ममतामय भावनाओं को चित्रित किया गया है।

सूरदास की रचनाओं में दार्शनिक तत्व किस प्रकार प्रकट होते हैं?

hard

Answer: सूरदास की रचनाओं में दार्शनिक तत्व भक्ति के साथ गहन आत्मनिरीक्षण और जीवन के मूलभूत प्रश्नों का निवारण करते हुए प्रकट होते हैं।

सूरदास की साहित्यिक विशेषताएँ क्या हैं?

medium

Answer: सूरदास की साहित्यिक विशेषताएँ उनकी भाषा की सरलता, भावप्रवण भक्ति कविता और सामाजिक जीवन के विभिन्न पहलुओं का चित्रण है।

भक्ति काल के कवियों में सूरदास का क्या योगदान है?

easy

Answer: भक्ति काल के कवियों में सूरदास का योगदान उनकी कृष्ण-भक्ति पर आधारित रचनाएँ हैं, जो भावात्मक और भक्तिपरक दृष्टिकोण को अभिव्यक्त करती हैं।

सूरदास के काव्य में किस प्रकार के समाज का चित्रण मिलता है?

hard

Answer: सूरदास के काव्य में तत्कालीन समाज का जीवंत चित्रण मिलता है, जिसमें प्रेम, भक्ति, और सामाजिक रूढ़िवादिता के पहलुओं को दर्शाया गया है।