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Chapter Analysis
Intermediate8 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में ज्योतिबा फुले के जीवन और उनके योगदान का वर्णन किया गया है। उन्होंने महिलाओं और दलितों की शिक्षा और समता के लिए अथक प्रयास किए। उनके विचार सामाजिक सुधार और समानता पर आधारित थे, जिससे वे समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सके। उनके कार्यों में नारी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पहले स्कूल की स्थापना शामिल है जिससे महिलाओं का सशक्तीकरण हुआ।
Key Topics
- •ज्योतिबा फुले का जीवन
- •नारी शिक्षा
- •समानता और सामाजिक सुधार
- •दलित उत्थान
- •विचारधारा
- •शिक्षा का प्रसार
- •सामाजिक अन्याय का विरोध
Learning Objectives
- ✓ज्योतिबा फुले के जीवन और उनके कार्यों का अध्ययन करना
- ✓सामाजिक सुधार में उनके योगदान को समझना
- ✓नारी शिक्षा के महत्व को पहचानना
- ✓दलितों के उत्थान के लिए उठाए गए कदमों का विश्लेषण करना
Questions in Chapter
ज्योतिबा फुले का नाम समाज सुधारकों की सूची में क्यों नहीं किया गया?
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'श्रद्धांजलि-अवसर' पर दिए गए वक्तव्य में आप किन बातों पर ध्यान देंगे?
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Additional Practice Questions
ज्योतिबा फुले ने नारी शिक्षा क्यों महत्वपूर्ण माना?
mediumAnswer: ज्योतिबा फुले ने नारी शिक्षा को समाज के व्यापक उत्थान का आधार माना। उनका मानना था कि शिक्षित नारी परिवार और समाज दोनों को आगे बढ़ा सकती है।
ज्योतिबा फुले ने अस्पृश्यता के खिलाफ कौन से कदम उठाए?
hardAnswer: उन्होंने समाज में समानता लाने के लिए अस्पृश्यता उन्मूलन की पहल की और जाति-व्यवस्था के विरुद्ध समाज को जागरूक किया।