Loading PDF...
Chapter Analysis
Intermediate10 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय ब्रिटिश शासनकाल के दौरान भारत के सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तनों पर केंद्रित है। इसमें वायसराय और भारतियों के बीच के संबंधों और उनके विभिन्न निर्णयों का वर्णन है। डायनस्टी और ब्रिटिश शासन के विरोध के मद्देनजर भारतीय प्रगति का चित्रण भी उपलब्ध है।
Key Topics
- •ब्रिटिश शासनकाल
- •सामाजिक परिवर्तन
- •आर्थिक सुधार
- •डायनस्टी और ब्रिटिश शासन
- •भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
- •वायसराय की भूमिका
- •शिक्षा का प्रसार
Learning Objectives
- ✓ब्रिटिश शासनकाल के सामाजिक प्रभावों का मूल्यांकन करें।
- ✓भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलनों की शुरुआत को समझें।
- ✓शासनकाल की प्रशासनिक संरचना का विश्लेषण करें।
- ✓डायनस्टी और ब्रिटिश शासन के बीच असहमति का अध्ययन करें।
- ✓वायसराय के भारतीय समाज पर प्रभाव का अवलोकन करें।
Questions in Chapter
फ्रेंड्स ऑफ इंडिया के उद्देश्यों के बारे में लिखें।
Page 46
शासनकाल के विभिन्न बदलावों के सामाजिक प्रभावों पर चर्चा करें।
Page 50
Additional Practice Questions
ब्रिटिश शासनकाल में आर्थिक परिवर्तन क्या थे?
mediumAnswer: ब्रिटिश शासनकाल के दौरान भारत में बड़े पैमाने पर आर्थिक परिवर्तन हुए। कृषि में नई विधियों का आगमन हुआ, जिससे उत्पादन में वृद्धि हुई। व्यापार का विस्तार हुआ और नई उद्योगों की स्थापना हुई।
डायनस्टी और ब्रिटिश शासन के बीच की मुख्य असहमति क्या थी?
mediumAnswer: डायनस्टी और ब्रिटिश शासन के बीच की मुख्य असहमति भारतीय शासन के तरीके को लेकर थी। डायनस्टी ने स्वराज को महत्व दिया जबकि ब्रिटिश शासन ने केंद्रीकृत प्रशासन को प्राथमिकता दी।
वायसराय का भारतीय समाज पर प्रभाव क्या था?
mediumAnswer: वायसराय ने भारतीय समाज में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाए। उन्होंने शिक्षा का विस्तार किया और सामाजिक सुधारों की पहल की।
ब्रिटिश शासन के दौरान भारतीय राष्ट्रीय आंदोलनों की शुरुआत कैसे हुई?
mediumAnswer: ब्रिटिश शासनकाल में भारतीय राष्ट्रीय आंदोलनों की शुरुआत ब्रिटिश शासन की नीतियों के विरोध में हुई। भारतीय नेताओं ने स्वतंत्रता और स्वशासन की मांग उठाई।
वायसराय की भूमिका को किस रूप में देखा जा सकता है?
mediumAnswer: वायसराय की भूमिका एक मध्यस्थ के रूप में थी। उन्होंने ब्रिटिश सरकार की नीतियों को भारतीय जनता के बीच लागू किया और सामाजिक सुधारों का समर्थन किया।
स्वशासन के अहसास का भारतीय समाज पर क्या प्रभाव पड़ा?
mediumAnswer: स्वशासन के अहसास ने भारतीयों में आत्मनिर्भरता और आत्मसम्मान की भावना जगा दी। इससे स्वराज की दिशा में महत्वपूर्ण आंदोलन की शुरुआत हुई।
शासनकाल की प्रशासनिक संरचना किस प्रकार थी?
mediumAnswer: शासनकाल की प्रशासनिक संरचना केन्द्रित थी, जिसमें ब्रिटिश अधिकारियों का नियंत्रण था। स्थानीय प्रशासन में भारतीयों को न्यून अवसर दिए गए।