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Chapter Analysis
Intermediate25 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में चुनाव प्रक्रिया और लोकतांत्रिक प्रतिनिधित्व के महत्व को समझाया गया है। यह पाठ वोट देने के हक और चुनाव प्रणाली की प्रक्रिया पर विशेष ध्यान देता है। यहां भारत के संविधान, चुनाव आयोग की भूमिका, और चुनावों के लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में महत्व का वर्णन है। प्रतिनिधित्व की विभिन्न विधियों और उनके लाभ-हानियों पर चर्चा की गई है।
Key Topics
- •चुनाव प्रक्रिया
- •प्रतिनिधित्व की प्रणाली
- •वोटिंग के अधिकार
- •चुनाव सुधार
- •संविधान और चुनाव आयोग
- •अल्पसंख्यक प्रतिनिधित्व
- •राजनीतिक दल और चुनाव
- •लोकतांत्रिक सिद्धांत
Learning Objectives
- ✓चुनाव प्रक्रिया की संरचना को समझना
- ✓प्रतिनिधित्व के विभिन्न प्रकारों का विश्लेषण करना
- ✓चुनाव आयोग की भूमिका की समीक्षा करना
- ✓लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में भागीदारी के महत्व को पहचानना
- ✓मतदान के अधिकारों का ऐतिहासिक विकास जानना
- ✓वोटिंग प्रणाली की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करना
Questions in Chapter
फर्स्ट पास्ट द पोस्ट प्रणाली में वही प्रत्याशी विजेता घोषित किया जाता है जो -
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चुनाव आयोग द्वारा कौन-कौन से कार्य नहीं किये जाते?
Answer: विधानसभा चुनाव के पर्यवेक्षण के कार्यों को अन्य संस्थानों से करवाना।
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लोकसभा और विधानसभा सदस्यों के चुनाव की प्रक्रिया समान है या नहीं?
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Additional Practice Questions
चुनाव आयोग की स्वतंत्रता और निष्पक्षता कैसे सुनिश्चित की जाती है?
mediumAnswer: चुनाव आयोग की स्वतंत्रता भारत के संविधान के अनुच्छेद 324 में निहित है, जो इसे सभी चुनावों के संचालन का अधिकार और जिम्मेदारी देता है। संविधान से प्राप्त अधिकार चुनाव आयोग को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की सुविधा प्रदान करते हैं।
वोटिंग अधिकारों के विस्तार का इतिहास क्या है?
mediumAnswer: वोटिंग अधिकारों का विस्तार समाजिक परिवर्तन और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के प्रसार के साथ होता रहा है, जिसमें महिलाओं और निम्न जातीय समूहों को वोटिंग अधिकार देने की चर्चा प्रमुख है।
प्रतिनिधित्व प्रणाली के कौन-कौन से प्रकार होते हैं?
hardAnswer: प्रतिनिधित्व प्रणाली के प्रमुख प्रकार हैं- प्रत्यक्ष प्रतिनिधित्व, आनुपातिक प्रतिनिधित्व, मिश्रित सदस्य आनुपातिक प्रणाली, आदि। प्रत्येक में मतगणना और सीट आवंटन की अलग-अलग प्रक्रियाएं होती हैं।
भारतीय चुनाव प्रणाली में पारदर्शिता कैसे बढ़ाई जा सकती है?
mediumAnswer: भारतीय चुनाव प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए ईवीएम के साथ वीवीपीएटी की प्रणाली अपनाई गई है, जिससे मतदान के बाद मतदाता को पर्ची का प्रमाण मिलता है।
चुनाव सुधारों की आवश्यकता क्यों होती है?
hardAnswer: चुनाव सुधारों की आवश्यकता इसलिए होती है ताकि चुनाव प्रक्रिया लोकतांत्रिक सिद्धांतों के अधिक निकट हो सके, भ्रष्टाचार में कमी लाई जा सके और जनता का विश्वास कायम किया जा सके।