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Chapter Analysis
Intermediate5 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय 'सदिग्तानुरागी सुब्बण्णः' एक प्रमुख संगीतकार की कहानी है जिसने अपने बचपन में संगीत में विशेष रुचि दिखाई। उसके संगीत के प्रति अत्यधिक लगाव ने उसे आगे चलकर एक महान संगीतकार बना दिया। इस अध्याय में सुब्बण्णः के बाल्यावस्था की एक घटना का वर्णन है जो उसकी संगीत प्रतिभा को दर्शाता है।
Key Topics
- •संगीत प्रेम
- •बाल्यावस्था की घटनाएँ
- •संगीत में रुचि
- •प्रेरणा स्रोत
- •संगीत यात्रा
- •प्रसिद्ध संगीतकार का उदय
Learning Objectives
- ✓संगीत के प्रति सुब्बण्णः की रुचि को समझना।
- ✓सुब्बण्णः की संगीत यात्रा की महत्वपूर्ण घटनाओं का अध्ययन।
- ✓संगीत के महत्व को पहचानना।
- ✓प्रेरणा और समर्पण के माध्यम से लक्ष्य प्राप्ति का महत्व समझना।
Questions in Chapter
1- लज्जासुस्थानु भूमिगत: सत्याम्।
Answer: सुब्बण्णः अपने संगीत प्रेम के कारण लोगों के बीच चर्चा का विषय बन जाता है।
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2- का प्रतिज्ञा तस्य बाल्यकाले कथिता?
Answer: सुब्बण्णः ने अपने बाल्यकाल में प्रतिज्ञा की थी कि वह एक महान संगीतकार बनेगा।
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Additional Practice Questions
सुब्बण्णः के संगीत के प्रति वातावरण ने क्या प्रभाव डाला?
mediumAnswer: सुब्बण्णः के आसपास का संगीतप्रिय वातावरण उसकी प्रतिभा के विकास में सहयोगी रहा।
सुब्बण्णः के बाल्यावस्था का वर्णन करिए।
mediumAnswer: सुब्बण्णः के बाल्यावस्था में उसके संगीत के प्रति गहरा लगाव और समर्पण दृष्टिगोचर होता है।
सुब्बण्णः का भविष्य में क्या लक्ष्य था?
easyAnswer: सुब्बण्णः का लक्ष्य एक निष्णात संगीतकार बनना था।
सुब्बण्णः के जीवन से क्या प्रेरणा मिलती है?
hardAnswer: सुब्बण्णः के जीवन से यह प्रेरणा मिलती है कि समर्पण और लगन से किसी भी क्षेत्र में श्रेष्ठता प्राप्त की जा सकती है।
सुब्बण्णः की कहानी का मुख्य संदेश क्या है?
hardAnswer: सुब्बण्णः की कहानी का मुख्य संदेश यह है कि प्रतिभा को पहचान कर उसे दिशा देने से व्यक्ति महान बन सकता है।