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Chapter Analysis
Intermediate22 pages • HindiQuick Summary
क्रमशः समाजशास्त्र के विषय और उसकी महत्ता पर चर्चा करते हुए यह अध्याय सामाजिक संरचना और सांस्कृतिक मूल्यांकन की प्रक्रियाओं का विस्तृत वर्णन करता है। यह मनुष्य की सामाजिक प्रवृत्तियों को उजागर करता है और विभिन्न सांस्कृतिक फ्रेमवर्क में उसकी भूमिका की जांच करता है। समाज और मानव की पारस्परिक इंटरेक्शन, व्यवहारिक मानकों और विश्वासों के आधार पर चर्चा की गई है। कुल मिलाकर, यह समाजशास्त्र के विधायी पहलुओं को समझने का महत्वपूर्ण आधार प्रदान करता है【4:8†source】।
Key Topics
- •समाज की संरचना
- •सांस्कृतिक द्विविधाएँ
- •सामाजिक प्रवृत्तियाँ
- •मानवीय व्यवहार
- •प्रथाएँ और मान्यताएँ
- •सांस्कृतिक मूल्यांकन
- •समाजशास्त्र की विधियाँ
- •सांख्यिकीय अध्ययन की भूमिका
Learning Objectives
- ✓समाजशास्त्र के मूलभूत सिद्धांतों को समझना
- ✓सांस्कृतिक और सामाजिक अवधारणाओं की जांच करना
- ✓समाजिक संरचना की जटिलताओं को पहचानना
- ✓सांस्कृतिक मूल्यांकन के तरीकों का अध्ययन करना
- ✓सांख्यिकीय तकनीकों का उपयोग करके सामाजिक शोध करना
- ✓समाज में भूमिका और व्यवहार के मानकों को समझना
Questions in Chapter
1- समाजशास्त्र के उत्पत्ति और विकास का अध्ययन क्यों महत्वपूर्ण है?
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2- 'समाज' शब्द के विभिन्न पहलुओं की चर्चा करें।
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3- चर्चा करें कि वर्तमान में विभिन्न विषयों में आपसी आदान-प्रदान कितना व्यापक है।
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4- अपनी या अपने साथी या रिश्तेदार के किसी व्यक्तिगत समस्या को कार्यान्वित कीजिए। इसको समाजशास्त्रीय समझ से जानने की कोशिश कीजिए।
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Additional Practice Questions
समाजशास्त्र के प्रमुख उद्देश्यों की व्याख्या कीजिए।
mediumAnswer: समाजशास्त्र का प्रमुख उद्देश्य समाज के विभिन्न तत्वों एवं संस्थानों की विशेषताओं का विश्लेषण करना है। यह सामाजिक संरचना, मान्यताओं और प्रथाओं को समझने में सहायक होता है।
मानव समाज में मूल्यों का महत्व क्या है?
mediumAnswer: मानव समाज में मूल्य व्यक्ति के आचार- व्यवहार और निर्णय लेने की प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं। ये विश्वास प्रणाली के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं।
समाजशास्त्र के अध्ययन में सांस्कृतिक अंतरों का किस प्रकार उपयोग किया जाता है?
mediumAnswer: सांस्कृतिक अंतर समाजशास्त्र के अध्ययन में सामाजिक व्यवहार के विभिन्न प्रकारों को उजागर करने में सहायक होते हैं, जिससे सांस्कृतिक गतिशीलता और विविधता को समझा जा सकता है।
समाजशास्त्र की दृष्टि से परिवार की भूमिका का विश्लेषण करें।
mediumAnswer: परिवार समाज की आधारभूत इकाई होती है जो सामाजिक मूल्य, शिक्षा, और नैतिकता का प्राथमिक साधन होती है। यह सामाजिकीकरण की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
समाजशास्त्र के लिए सांख्यिकीय विधियों का महत्व क्या है?
mediumAnswer: सांख्यिकीय विधियाँ समाजशास्त्र में अनुसंधान प्रक्रिया के लिए आवश्यक होती हैं, जो सामाजिक पैटर्न और रुझानों का आंकलन करने में सहायक होती हैं, जिससे वैज्ञानिकी सटीकता प्राप्त की जा सकती है।