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Chapter Analysis
Advanced14 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में जैव प्रौद्योगिकी के सिद्धांत और प्रक्रमों की चर्चा की गई है। इसमें आनुवांशिक इंजीनियरिंग, एंजाइम क्लोनिंग, और आर-डीएनए प्रौद्योगिकी पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है। जैव प्रौद्योगिकी के आधुनिक प्रयोग जैसे डीएनए प्रोफाइलिंग और उसकी चिकित्सीय उपयोगिता पर भी चर्चा की गई है। यह अध्याय आनुवांशिक संशोधन और उसे लागू करने की विधियों पर विस्तृत प्रकाश डालता है।
Key Topics
- •जैव प्रौद्योगिकी के सिद्धांत
- •आनुवांशिक इंजीनियरिंग
- •डीएनए क्लोनिंग
- •आर-डीएनए प्रौद्योगिकी
- •चिकित्सीय जैव प्रौद्योगिकी
- •डीएनए प्रोफाइलिंग
- •आधुनिक जैव प्रौद्योगिकी
- •एंजाइम क्लोनिंग
Learning Objectives
- ✓जैव प्रौद्योगिकी के बुनियादी सिद्धांतों को समझना।
- ✓आनुवांशिक संशोधन की प्रक्रिया को विस्तार से जानना।
- ✓डीएनए क्लोनिंग और इसके अनुप्रयोगों का ज्ञान प्राप्त करना।
- ✓आर-डीएनए प्रौद्योगिकी में आधुनिक उपयोग की समझ विकसित करना।
- ✓चिकित्सीय प्रक्रियाओं में जैव प्रौद्योगिकी की भूमिका की पहचान करना।
Questions in Chapter
आप यह कैसे कह सकते हैं कि उत्प्रेरक (एनजाइम) आनुवंशिकता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं?
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गैर-पुनर्योजक डीएनए को अलग ढंग से बाँटने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
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Additional Practice Questions
जैव प्रौद्योगिकी के सिद्धांतों का कृषि उत्पादकता में क्या योगदान है?
mediumAnswer: जैव प्रौद्योगिकी ने कृषि उत्पादकता में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उदाहरण के तौर पर, आनुवांशिक रूप से संशोधित फसलें जो कीटों और रोगों के प्रति अधिक प्रतिरोधक होती हैं, उनके उपयोग से फसल उत्पादन में वृद्धि हुई है।
डीएनए क्लोनिंग की प्रक्रिया को विस्तार से समझाएँ।
hardAnswer: डीएनए क्लोनिंग प्रक्रिया में एक सामान्य जीन या डीएनए अनुक्रम को आइसोलेट करके उसे एक पुनर्योजक डीएनए में शामिल किया जाता है। इसे बैक्टीरिया या अन्य वाहनों में प्रविष्ट किया जाता है ताकि उसके कई क्लोन बन सके।
आर-डीएनए प्रौद्योगिकी पर कुछ उपयोगी अवधारणाओं का वर्णन करें।
easyAnswer: आर-डीएनए प्रौद्योगिकी में डीएनए अंशों को बाहर के स्रोतों से प्रयोगशाला में शामिल कर एक नया डीएनए अनुक्रम तैयार होता है, जिसका विशिष्ट प्रयोजनों में उपयोग किया जाता है जैसे चिकित्सा और जैविक मार्ग की जांच।
एंजाइम के प्रकार और उनके कार्य का विस्तृत वर्णन करें।
mediumAnswer: एंजाइम मुख्य रूप से जैव रासायनिक अभिक्रियाओं को गति देने में मदद करते हैं। इनके प्रकार में प्रोटीज, एमाइलेज, लिपेज इत्यादि शामिल होते हैं, जिनमें से प्रत्येक विशेष जैव अणुओं के विघटन हेतु कार्य करते हैं।
क्लोनिंग के अनुप्रयोगों का वर्णन करें।
hardAnswer: क्लोनिंग के अनुप्रयोग स्वास्थ्य क्षेत्र, कृषि, और औद्योगिक विकास में होते हैं। यह रोगमुक्त पशुओं के उत्पादन, मानवीय प्रोटीन की व्युत्पत्ति और नई औषधियों के विकास में किया जाता है।