Loading PDF...
Chapter Analysis
Intermediate40 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय विश्व राजनीति में शक्ति संतुलन और अंतरराष्ट्रीय संबंधों का विश्लेषण करता है, खासकर द्वितीय विश्व युद्ध के बाद उभरते नए शक्ति केंद्रों का। इसमें संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ के बाद के अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों पर व्यापक चर्चा है। शीत युद्ध के उपरांत बहु-ध्रुवीय दुनिया की उत्पत्ति और भारत की भूमिका पर भी प्रकाश डाला गया है।
Key Topics
- •द्वितीय विश्व युद्ध का प्रभाव
- •शीत युद्ध
- •बहु-ध्रुवीय दुनिया
- •यूरोपीय संघ
- •भारत की विदेश नीति
- •वैश्वीकरण
- •अंतरराष्ट्रीय राजनीति में बदलाव
- •अंतरराष्ट्रीय कूटनीति
Learning Objectives
- ✓छात्र द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के अंतरराष्ट्रीय संबंधों को समझ सकें।
- ✓छात्र शीत युद्ध के समय के घटनाक्रम का विश्लेषण कर सकें।
- ✓छात्र भारत की गुट निरपेक्ष नीति की बारीकियों को समझें।
- ✓छात्र यूरोपीय संघ के निर्माण और उसके प्रभाव का मूल्यांकन कर सकें।
- ✓छात्र वैश्वीकरण की प्रक्रिया और उसके प्रभावों की व्याख्या कर सकें।
- ✓छात्र आधुनिक विश्व राजनीति की प्रमुख चुनौतियों को पहचान सकें।
Questions in Chapter
फ्रैंकफर्ट संधि से क्या महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए?
Page 25
वर्तमान विश्व के प्रमुख आर्थिक केंद्र कौन-कौन से हैं?
Page 33
फ्रांस और जर्मनी के संबंधों में सुधार के लिए किस प्रकार की कूटनीति का सहारा लिया गया?
Page 35
शीत युद्ध के पश्चात औद्योगिक विकास ने किस प्रकार की दिशा ली?
Page 37
Additional Practice Questions
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप के राजनीतिक परिवर्तनों के प्रमुख कारणों की व्याख्या करें।
mediumAnswer: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप में राजनीतिक परिवर्तन कई कारणों से प्रभावित हुआ, जिसमें प्रमुख रूप से युद्ध के प्रभाव, सोवियत संघ और अमेरिका के बीच बढ़ती तनातनी, और यूरोपीय एकता की दिशा में संधियों की भूमिका शामिल है।
विश्व राजनीति में भारत की भूमिका कैसे उभर कर सामने आयी?
easyAnswer: भारत ने गुट निरपेक्ष आंदोलन के माध्यम से एक स्वतंत्र विदेश नीति अपनाई, जिससे वह कई विकासशील देशों के लिए एक प्रेरणास्रोत बना।
शीत युद्ध का समापन कैसे हुआ और इसके क्या परिणाम थे?
hardAnswer: शीत युद्ध का समापन सोवियत संघ के पतन और पश्चिमी लोकतंत्रों की विजय के साथ हुआ। इसके परिणामस्वरूप पूर्वी यूरोप में लोकतांत्रिक बदलाव आए।
आधुनिक युग में वैश्वीकरण का क्या प्रभाव हुआ है?
mediumAnswer: वैश्वीकरण ने अर्थव्यवस्थाओं को एक-दूसरे के अधिक निकट लाया और इसे एकीकृत दुनिया का आदान-प्रदान बढ़ाने वाला तत्व माना गया।
यूरोपीय संघ की स्थापना के पीछे मुख्य विचार क्या थे?
easyAnswer: यूरोपीय संघ की स्थापना के पीछे मुख्य विचार था व्यापारिक एकता को बढ़ावा देना और राष्ट्रों के बीच राजनीतिक सहयोग को सुदृढ़ करना।