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Chapter Analysis
Intermediate11 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित 'मैया मैं नहिं माखन खायो' पर आधारित है। इसमें कृष्ण अपनी माता यशोदा को यह विश्वास दिलाने का प्रयास कर रहे हैं कि उन्होंने माखन नहीं खाया है। कृष्ण के नटखट स्वभाव का चरित्र चित्रण किया गया है जिसमें वे अपने बचपन की लीलाओं में उलझे रहते हैं और अपनी बाल-सुलभ युक्तियों से माता को संतुष्ट करने का प्रयास करते हैं।
Key Topics
- •कृष्ण का माखन चुराना
- •माता यशोदा का विश्वास
- •बाल कृष्ण का निर्दोष अभिनय
- •कृष्ण की बाल लीलाएं
- •माखन चोरी की घटना
- •बाल सुलभ तर्क और युक्तियाँ
Learning Objectives
- ✓छात्र बाल-कृष्ण की लीलाओं को समझ पाएं।
- ✓छात्र मातृ-पुत्र संबंधों की गहराई को जान सकें।
- ✓छात्र कृष्ण की बाल-सुलभ युक्तियों को समझें।
- ✓छात्र कृष्ण के नटखट स्वभाव का मूल्यांकन कर सकें।
Questions in Chapter
पद में श्ीकृष्ण ने अपने बारे में कया-कया बताया िै?
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यशोदा माता ने श्ीकृष्ण को िसँते िुए गले से कयरों लगा हलया?
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Additional Practice Questions
कृष्ण अपनी माँ को कैसे विश्वास दिलाते हैं कि उन्होंने माखन नहीं खाया?
mediumAnswer: कृष्ण अपनी माँ को विश्वास दिलाने के लिए विभिन्न तर्क देते हैं जैसे कि वे काफी छोटे हैं और उनके हाथ छीके तक नहीं पहुंच सकते, उन्होंने दूसरों के कारण माखन खुद पर लिपट जाने की बात कही।
कृष्ण ने अपनी माँ यशोदा के सामने अपने निर्दोष होने का क्या सबूत दिया?
easyAnswer: कृष्ण ने कहा कि वे बालक हैं और उनके हाथ इतने छोटे हैं कि छीके तक नहीं पहुंच सकते, इसके अलावा उनके मित्रों ने उन पर झूठा आरोप लगाया है।