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Chapter Analysis
Intermediate10 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय जल के विभिन्न स्रोतों, जल की उपयोगिता और उसके संचयन के महत्त्व पर केन्द्रित है। इसमें पृथ्वी पर जल की उपलब्धता, जल चक्र और जल वायु के परिवर्तन का वर्णन किया गया है। अध्याय में यह भी चर्चा की गई है कि कैसे जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक स्रोतों के अपर्याप्त उपयोग से पानी की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
Key Topics
- •जल चक्र
- •जलवायु परिवर्तन
- •जल के स्रोत
- •जल का संचयन
- •प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग
- •पर्यावरण पर जल का प्रभाव
Learning Objectives
- ✓जल के स्रोतों को पहचानना और उनका महत्त्व समझना।
- ✓जल चक्र की प्रक्रिया को समझना।
- ✓जलवायु परिवर्तन के जल स्रोतों पर प्रभाव को समझना।
- ✓जल संचयन के तरीकों की जानकारी प्राप्त करना।
Questions in Chapter
ओह्मानी (उम्र) क्या है?
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जल चक्र क्या है?
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नदियों के उठने और गिरने के कारक कौन से हैं?
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Additional Practice Questions
जल चक्र की प्रक्रिया के चरणों का वर्णन करें।
mediumAnswer: जल चक्र में मुख्यतः वाष्पीकरण, संघनन, और वर्षा का समावेश होता है। समुद्र और अन्य जल स्रोतों से वाष्पीकरण से बादल बनते हैं, जोकि संघनित होकर वर्षा के रूप में पृथ्वी पर आते हैं।
जलवायु परिवर्तन का जल स्त्रोतों पर क्या प्रभाव पड़ता है?
mediumAnswer: जलवायु परिवर्तन से जलवाष्प वृद्धि होती है, जिससे तेज बारिश और बाढ़ की संभावना बढ़ सकती है। इससे सतही जल स्रोतों में कमी और जल संकट की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।