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Chapter Analysis
Intermediate10 pages • HindiQuick Summary
कहानी 'काबुलीवाला' रबीन्द्रनाथ ठाकुर द्वारा लिखी गई है। इसमें 'काबुलीवाला' नामक एक अफगान व्यापारी और एक छोटी बच्ची, मिनी की दोस्ती का वर्णन है। काबुलीवाला अक्सर मिनी से मिलने और उसके बचपन की मासूमियत में खो जाने पर उसका मन बहलाने आया करता था। कहानी में मानवीय संबंधों की गहराई और समय के साथ उसके बदलाव को दर्शाया गया है।
Key Topics
- •मित्रता
- •मानव संबंध
- •वियोग
- •संस्कृति
- •समय का प्रभाव
- •पारिवारिक भावनाएँ
Learning Objectives
- ✓विद्यार्थियों को मानव संबंधों की गहराई को समझने में सक्षम बनाना।
- ✓समाज और संस्कृति के बीच तालमेल को समझाना।
- ✓मित्रता और प्रेम के मूल्य को पहचानना।
- ✓समय के साथ संबंधों के बदलाव को देखना।
Questions in Chapter
फेनी को ऐसा क्यों लगता था कि काबुलीवाला उसकी बेटी से बात करते हैं?
Answer: काबुलीवाला अपनी कहानी में इतने डूबे रहते थे कि उन्हें आसपास का कोई भान नहीं होता था।
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काबुलीवाले की बेटियों से उसकी मुलाकातें क्यों होती थी?
Answer: इसलिए कि वह उसकी बेटी मिनी की याद दिलाते थे।
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Additional Practice Questions
काबुलीवाला और मिनी की दोस्ती कैसे शुरू हुई?
easyAnswer: काबुलीवाला अक्सर मिनी के घर के पास से गुज़रता था और एक दिन उसे वहाँ बातें करते देखा। उन दोनों में एक अनोखी समझ और दोस्ती विकसित हुई।
काबुलीवाला के जीवन की मुख्य समस्याएँ क्या थीं?
mediumAnswer: काबुलीवाला को अपने घर-परिवार से दूर रहकर व्यापार के लिए संघर्ष करना पड़ता था और अपने बच्चों से मिलने की इच्छा उसके जीवन की मुख्य समस्या थी।
मिनी की माँ काबुलीवाला पर भरोसा क्यों नहीं करती थी?
mediumAnswer: मिनी की माँ को काबुलीवाले से डर लगता था क्योंकि वह एक विदेशी था और बड़ी सीकरेट्स रखता था।
काबुलीवाला की कहानी हमारे समाज को क्या सिखाती है?
hardAnswer: यह कहानी प्रेम, मित्रता, और सांस्कृतिक भिन्नताओं के बावजूद मानवता के रिश्तों की महत्ता को सिखाती है।
क्या काबुलीवाला की बेटी ने उसे पहचाना? यदि हाँ, तो कैसे?
easyAnswer: हाँ, काबुलीवाला की बेटी ने उसके हाव-भाव और प्यार से पहचाना।