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Chapter Analysis
Intermediate5 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय खानपान में परिवर्तनों और वैश्विक खाद्य प्रवृत्तियों पर चर्चा करता है। इसमें भोजन की सांस्कृतिक विविधता और नई खाद्य आदतों का उल्लेख है। आधुनिक जीवनशैली के कारण स्थानीय व्यंजन कहीं अधिक लोकप्रिय हो रहे हैं। तकनीकी प्रगति और बाजारीकरण के कारण खानपान में भी बदलाव आया है।
Key Topics
- •खानपान में वैश्विक और स्थानीय प्रवृत्तियाँ
- •आधुनिक जीवनशैली का असर
- •स्वास्थ्य और खाद्य विविधता का संबंध
- •सांस्कृतिक पहचान और खानपान
- •भोजन के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
- •पर्यावरणीय मुद्दे और खानपान
Learning Objectives
- ✓खानपान के क्षेत्र में होते परिवर्तनों को समझना
- ✓खानपान की सांस्कृतिक और सामाजिक प्रासंगिकता की पहचान करना
- ✓विविधता की आवश्यकता को समझना और सराहना करना
- ✓स्वास्थ्य और खानपान के बीच संबंध का विश्लेषण करना
- ✓खानपान आदतों का सांस्कृतिक पहचान पर प्रभाव आंकलन करना
Questions in Chapter
भोजन की बदलती छवि पर लेखक का क्या अर्थ है? अपने घर के उदाहरण देकर इसकी व्याख्या करें।
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खाद्य प्रवृत्तियों में परिवर्तन के कौन से प्रमुख कारण हैं? फिर लेखक इस परिवर्तन को गंभीर क्यों मानता है?
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खानपान के मामले में स्थानीयता का क्या अर्थ है?
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अपने घर में बातचीत करके पता करें कि आपके घर में क्या चीजें बनाई जाती हैं और क्या चीजें विभिन्न अवसरों से आती हैं। इनमें से किस अवसर से आने वाली कौन सी चीजें आपके माता-पिता के बचपन में घर में बनती थीं?
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Additional Practice Questions
खानपान की बदलती छवि का सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव क्या हो सकता है?
mediumAnswer: खानपान की बदलती छवि का सामाजिक प्रभाव यह हो सकता है कि नई पीढ़ी अपने सांस्कृतिक खानपान को भूल सकती है और वैश्विक चलन की ओर आकर्षित हो सकती है। सांस्कृतिक प्रभाव अंतर्निहित सांस्कृतिक विविधता को खोने का खतरा उत्पन्न कर सकता है।
खानपान की आधुनिक प्रवृत्तियों में स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ सकता है?
mediumAnswer: आधुनिक खानपान प्रवृत्तियों में अधिक जंक फूड और पैकेज्ड फूड के सेवन के कारण स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे मोटापा, मधुमेह और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
खानपान में विविधता क्यों आवश्यक है?
easyAnswer: खानपान में विविधता शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती है। इससे व्यक्ति को नये-नये स्वाद मिलते हैं और भोजन उबाऊ नहीं लगता।
खानपान और जलवायु परिवर्तन के बीच क्या संबंध है?
hardAnswer: खानपान और जलवायु परिवर्तन के बीच संबंध इस प्रकार है कि शाकाहार को बढ़ावा देकर कार्बन फुटप्रिंट को कम किया जा सकता है क्योंकि पशुधन पालन और मांस उत्पादन अधिक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन करता है।
आपके अनुसार, खानपान की बदलती आदतें किस प्रकार हमारी सांस्कृतिक पहचान को प्रभावित कर सकती हैं?
mediumAnswer: बदलती खानपान आदतें हमारी सांस्कृतिक पहचान को गुम कर सकती हैं क्योंकि ये बाहरी प्रभावों को अपनाने में अधिक प्रवृत्त होती हैं और स्थानीय भोजन की परंपराओं को भूल जाती हैं।