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Chapter Analysis
Intermediate12 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में विभिन्न जनजातियों, जैसे गोंड और भील, के सामाजिक और आर्थिक जीवन का वर्णन किया गया है। यह अध्याय इन जनजातियों के खानाबदोश और स्थायी समुदाय दोनों के जीवन शैली की समीक्षा करता है। इनके विभिन्न परंपरागत कार्यों और प्रथाओं को समझने का प्रयास करता है। अध्याय में अहोम जैसे संगठित समुदाय के प्रशासन और उनकी सामाजिक संरचना का भी वर्णन है।
Key Topics
- •जनजातीय समाज संरचना
- •खानाबदोश जीवनशैली
- •गोंड और भील जनजाति का विश्लेषण
- •अहोम राज्य का प्रशासन
- •स्थायी और खानाबदोश समुदायों का तुलनात्मक अध्ययन
- •जनजातीय समुदायों की आर्थिक गतिविधियाँ
Learning Objectives
- ✓जनजातीय समाजों की संरचना को समझना और उनका प्रभावशाली अध्ययन करना
- ✓खानाबदोश और स्थायी समुदायों के बीच के अंतर को समझना
- ✓अहोम जैसी संगठित जनजातियों की संरचना का विश्लेषण करना
- ✓जनजातीय समुदाय की अर्थव्यवस्था और व्यापार में भूमिका को जानना
- ✓बंजारे और अन्य खानाबदोश समुदायों के जीवनशैली और योगदान का मूल्यांकन करना
Questions in Chapter
जनजातीय और ख्याबदोश समाजों के बीच क्या किकनम् होता है?
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अहोम राज्य का प्रशासन कैसे संगठित था?
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एक राज्य के रूप में संगठित हो जाने के बाद जनजातीय समाज कैसे बदला?
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क्या बंजारे लोग अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण हैं?
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गोंड लोगों का इतिहास, अहोमों के इतिहास से किन मायनों में भिन्न था?
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Additional Practice Questions
जनजातीय समाज किस प्रकार कृषि और व्यापार में योगदान देता था?
mediumAnswer: जनजातीय समाज अपने प्राकृतिक संसाधनों का भरपूर उपयोग करते हुए कृषि और व्यापार करते थे। उनके पास अपने बनाए गए सामानों का व्यापार करने के लिए विशेष संचारण प्रणाली थी।
खानाबदोश समुदायों की जीवनशैली क्या हैं?
easyAnswer: खानाबदोश लोग अपने मवेशियों के साथ चलते रहते हैं, विभिन्न चरागाह ढूंढते हुए। वे खेती से प्राप्त अनाज और उत्पादों के लिए स्थानीय किसानों पर निर्भर रहते हैं।
अहोम राज्य और अन्य जनजातीय राज्यों के प्रशासनिक ढांचे में क्या अंतर थे?
hardAnswer: अहोम राज्य का प्रशासन अधिक संगठित और लेखा-जोखा रखने वाला था, जबकि अन्य जनजातीय राज्य अपने पारंपरिक नेतृत्व और वंश व्यवस्था पर आधारित थे।
गोंड जनजाति की समाज संरचना कैसी थी?
mediumAnswer: गोंड जनजाति छोटे-छोटे समूहों में बंटी हुई थी, हर समूह का अपना एक राजा होता था और वे खेती और व्यापार में संलग्न रहते थे।
बजरंगियों द्वारा विक्रय-प्रणाली के क्या लाभ होते थे?
mediumAnswer: बजरंगी अपनी अनाज ढुलाई प्रणाली के माध्यम से सामान्य ग्रामीण इलाकों तक आवश्यक सामग्री पहुंचाते थे, जिससे बाजार और व्यापार को विकसित होने में सहायता मिलती थी।
भील समुदाय का मुख्य आर्थिक कार्य क्या था?
mediumAnswer: भील समुदाय का मुख्य आर्थिक कार्य उनके स्थानीय क्षेत्रों में कृषि, पशुपालन, और व्यापार रहे, जिन्हें वे घुमक्कड़ पद्दति से करते थे।