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Chapter Analysis
Intermediate6 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय एक गाँव की स्थिति का वर्णन करता है जहाँ तीन वर्षों से बारिश नहीं हो रही है। बूढ़ी अम्मा एक व्यक्ति को समझाने की कोशिश करती हैं कि बारिश अनिवार्य रूप से नहीं आएगी जब तक कि लोग अपने कर्तव्यों का पालन ठीक से नहीं करते। यह कहानी नैतिक शिक्षा देती है कि अपने कर्तव्यों को समय पर निभाना चाहिए।
Key Topics
- •कर्तव्य पालन
- •प्रकृति की अनिश्चितता
- •नैतिक शिक्षा
- •गाँव का जीवन
- •बूढ़ी अम्मा की सीख
Learning Objectives
- ✓छात्र कर्तव्य पालन का महत्व समझेंगे।
- ✓प्रकृति की अनिश्चितताओं को जानेंगे।
- ✓नैतिक शिक्षा को अपने जीवन में प्रयोग करने की विधि सीखेंगे।
- ✓गाँव के जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझेंगे।
Questions in Chapter
यक्षप्रश्न 'बूढ़ी अम्मा की बात' कैसे आया?
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बूढ़ी अम्मा ने xksek से क्या कहा?
Answer: बूढ़ी अम्मा ने कहा कि बारिश प्रकृति पर निर्भर है परंतु मनुष्य को अपने खेत तैयार करके रखना चाहिए।
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Additional Practice Questions
बूढ़ी अम्मा ने किस प्रकार से गाँव के लोगों को प्रेरित किया?
mediumAnswer: बूढ़ी अम्मा ने गाँव के लोगों को यह बताते हुए प्रेरित किया कि अगर वे अपनी जिम्मेदारियों का पालन नहीं करेंगे, तो बारिश की उम्मीद करना व्यर्थ है।
बारिश न होने के बावजूद भी लोगों को क्या करना चाहिए और क्यों?
easyAnswer: लोगों को अपने खेतों को तैयार करना चाहिए क्योंकि यह उनके कर्तव्यों का हिस्सा है और बारिश का समय पर आना निश्चित नहीं है।
बूढ़ी अम्मा के कौन से शब्द विशेष महत्व रखते हैं?
hardAnswer: बूढ़ी अम्मा के शब्द 'प्रकृति कभी आप पर निर्भर नहीं करती, बल्कि अपने कार्य स्वयं समय पर करती है', विशेष महत्व रखते हैं।
बूढ़ी अम्मा की कहानी का नैतिक संदेश क्या है?
mediumAnswer: कहानी का नैतिक संदेश यह है कि अपने कर्तव्यों का पालन करना अत्यंत जरूरी है, चाहे परिणाम कुछ भी हो।
गाँव के लोगों को अपने प्रयासों में निरंतरता कैसे बनाए रखनी चाहिए?
mediumAnswer: उन्हें नियमित रूप से मेहनत करनी चाहिए और अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करना चाहिए, क्योंकि यही उनका असली प्रयास है।