Chapter 2: दो गौरैया

Hindi - Durva • Class 8

Download PDF

Loading PDF...

Chapter Analysis

Beginner15 pages • Hindi

Quick Summary

यह कहानी दो गौरैयों के बारे में है जो एक परिवार के घर में रहती हैं। परिवार में एक माँ, पिता और एक बच्चा हैं। कहानी में परिवार की माँ और गौरैयों की बातचीत दिखाई गई है जिसमें वे घर की परिक्रमा करती हैं और एक दूसरे से जुड़ी रहती हैं। अंत में गौरैयों को घर से निकाल दिया जाता है ताकि वे स्वतंत्र रह सकें।

Key Topics

  • गौरैयों का घर
  • परिवार का संबंध
  • स्वतंत्रता और विकास
  • माता-पिता की भूमिका
  • घोंसले का निर्माण
  • बातचीत और संचार

Learning Objectives

  • छात्रों को परिवार और प्रकृति के बीच के संबंध को समझना
  • स्वतंत्रता और व्यक्तिगत विकास का महत्व समझाना
  • माता-पिता और बच्चों की पारस्परिक संचार शैली का विश्लेषण करना
  • परिवार में परस्पर सम्मान और सहयोग का दृष्टिकोण विकसित करना

Questions in Chapter

फिर माँ ने गौरैयों को क्यों कहा कि वे घर को छोड़ दें?

Answer: माँ ने कहा, 'अब तुम नहीं रहोगी। पहले घोंसला बनाया, फिर बच्चे निकाले, अब तुमने यहाँ कूड़ा भरा।'

Page 6

गौरैयों के जाने के बाद पिता ने क्या कहा?

Page 7

माँ क्यों हर बार कहती थी कि वे नहीं छोड़ेंगी?

Answer: माँ इसलिए कहती थी क्योंकि वह बच्चों के घर से जुड़े रहने की बात कर रही थी।

Page 8

Additional Practice Questions

गौरैयों को घर से निकालने का सही तरीका क्या हो सकता है?

medium

Answer: गौरैयों को धीरे से बताना चाहिए कि मौसम बदल रहा है और उनके लिए बाहर का वातावरण सुरक्षित और उनके विकास के लिए बेहतर है।

कहानी में माँ की भूमिका का वर्णन कीजिए।

easy

Answer: माँ एक देखभाल करने वाली और धैर्यवान व्यक्‍ति है जो बच्चों की सीखने और समझने की क्षमता को बढ़ावा देती है।

गौरैयों के लिए घर से बाहर निकलना क्यों आवश्यक था?

medium

Answer: गौरैयों के लिए बाहर का वातावरण उनकी स्वतंत्रता और विकास के लिए आवश्यक था।