Chapter 1: लाख की चूड़ियाँ

Hindi - Vasant • Class 8

Download PDF

Loading PDF...

Chapter Analysis

Intermediate8 pages • Hindi

Quick Summary

‘लाख की चूड़ियाँ’ कहानी एक कारीगर ‘चंदू मामा’ की है जो लाख की चूड़ियाँ बनाता है। उसकी कला और मेहनत को सभी सराहते हैं। कहानी के माध्यम से पारंपरिक कारीगरी, समाज के बदलते आर्थिक हालात और व्यक्ति के आत्मसम्मान का चित्रण होता है।

Key Topics

  • पारंपरिक कारीगरी
  • आर्थिक परिवर्तन
  • व्यक्तिगत आत्म सम्मान
  • औद्योगिक युग का प्रभाव
  • ग्रामीण समाज की विशेषता
  • कलात्मकता और कारीगरी
  • सामाजिक बदलाव
  • देशी कला की महत्ता

Learning Objectives

  • पारंपरिक और औद्योगिक कारीगरी के बीच अंतर समझना
  • कला के प्रति आत्मसम्मान का विकास
  • सामाजिक और आर्थिक परिवर्तनों के प्रभाव को पहचानना
  • ग्रामीण और औद्योगिक समाज के विशेषताओं का ज्ञान
  • व्यक्तिगत कारीगरी की महत्ता समझना
  • औद्योगिक युग के प्रभाव पर विचार करना

Questions in Chapter

1- छुटपन में लेखक अपने पिता के गाँव क्यों जाते थे और चंदू को 'चंदू मामा' क्यों नहीं कहते थे?

Page 7

2- उद्योग क्या है? उद्योग की प्रचलित विधि क्या है?

Page 7

3- 'औद्योगिक युग ने कितने हाथ काट दिए हैं' - इस पंक्ति में लेखक ने किस विधि की ओर संकेत किया है?

Page 7

4- चंदू के मन में ऐसी कौन-सी विधि थी जो लेखक से नहीं साझा हो पाई?

Page 7

5- औद्योगिक युग से चंदू के जीवन में क्या बदलाव आया?

Page 7

Additional Practice Questions

चंदू मामा की चूड़ियों की विशेषता क्या थी?

medium

Answer: चंदू मामा की चूड़ियाँ विशेष होती थीं क्योंकि वे अपने हाथों से लाख को पिघलाकर उसे विभिन्न रंगों में ढालते थे, और उसकी कलात्मकता सभी को प्रभावित करती थी।

औद्योगिक युग के प्रभावों की तुलना पारंपरिक कारीगरी से करें।

medium

Answer: औद्योगिक युग ने मशीनीकृत उत्पादन को बढ़ावा दिया, जिससे कारीगरों की कला और रोजगार संकट में आ गए। परंपरागत कारीगरी में व्यक्ति की व्यक्तिवादिता और कलात्मकता झलकती है, जबकि औद्योगिक उत्पादन में यह कमी देखी जाती है।

कहानी में लेखक ने चंदू के आत्मसम्मान को कैसे उभारा है?

medium

Answer: कहानी में लेखक बताता है कि चंदू अपनी कला पर गर्व करता है और सामाजिक बदलावों के बावजूद उसे छोड़ने को तैयार नहीं है। यह आत्मसम्मान का प्रतीक है।

आपके विचार में चंदू मामा को सबसे अधिक क्या प्रेरणा देती थी?

hard

Answer: चंदू मामा को उनकी कला और अपने बने सामान पर समुदाय की सकारात्मक प्रतिक्रिया सबसे अधिक प्रेरित करती थी। उन्हें खुशी इस बात की थी कि उनकी चूड़ियाँ पहनने वाले लोग संतुष्ट हैं।

औद्योगिक युग से पहले वाले ग्रामीण समाज की विशेषताओं पर चर्चा करें।

easy

Answer: औद्योगिक युग से पहले, ग्रामीण समाज मानवीय श्रम और व्यक्तिगत कारीगरी पर आधारित था। लोगों की जीवनशैली कुदरती संसाधनों और पारंपरिक तकनीकों पर निर्भर थी।