Chapter 3: गाँव का शासन

History - Hindi • Class 8

Download PDF

Loading PDF...

Chapter Analysis

Intermediate12 pages • Hindi

Quick Summary

इस अध्याय में ग्राम शासन प्रणाली का विस्तृत वर्णन किया गया है, जिसमें अंग्रेजों के भारत में गांवों के ऊपर राजस्व संग्रहण और प्रशासनिक व्यवस्था के रूपांतरण के प्रयास शामिल हैं। यह अध्याय इस प्रक्रिया में स्थानीय जमींदारों और किसानों की भूमिका को भी समझाता है और ग्रामीण इलाकों में नील उत्पादन के प्रभाव को दर्शाता है। इसमें स्थानीय प्रशासनिक परिवर्तन और उनकी चुनौतियों पर भी गौर किया गया है।

Key Topics

  • ग्राम शासन प्रणाली
  • जमींदारी प्रथा
  • नील उत्पादन
  • राजस्व व्यवस्थापन
  • अंग्रेजों की प्रशासनिक नीतियाँ
  • स्थायी बंदोबस्त
  • किसानों की स्थिति
  • ग्रामीण विद्रोह

Learning Objectives

  • अंग्रेजों द्वारा भारत में ग्राम शासन प्रणाली को समझना
  • जमींदारी प्रथा के प्रभावों का विश्लेषण करना
  • नील उत्पादन की प्रक्रिया और उसके प्रभाव को समझना
  • स्थायी बंदोबस्त की आवश्यकता और उसके परिणामों पर चिंतन करना
  • ग्रामीण विद्रोहों के कारणों और परिणामों का विश्लेषण करना
  • अंग्रेजों की प्रशासनिक नीतियों का आकलन करना

Questions in Chapter

डिर से याद करें

Page 37

रैयत गाँवों से भाग रह ेथे। बहु्त सारे के्त्रों में गाँव वीरान हो गए थे।

Page 30

Additional Practice Questions

क्या अंग्रेजों द्वारा लाई गई नई व्यवस्था ने किसानों के जीवन में सुधार किया?

medium

Answer: नहीं, नई व्यवस्था ने किसानों के जीवन को और अधिक कठिन बना दिया। उन्हें अधिक कर चुकाना पड़ता था और ज़मीन से बेदखल होने का खतरा रहता था।

नील उगाने की प्रक्रिया में किसानों को किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा?

hard

Answer: किसानों को भारी ब्याज दर पर ऋण लेना पड़ता था और नील की खेती उनकी कृषि भूमि की उर्वरता को कम कर देती थी।

ग्रामीण इलाकों में शासन प्रणाली कैसे परिवर्तन हुआ?

medium

Answer: अंग्रेजों ने स्थानीय जमींदारों को नियंत्रण में रखते हुए सीधे किसानों से कर संग्रह करना शुरू किया।

नील उत्पादन ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव डाला?

hard

Answer: नील का उत्पादन मुख्य खेती का हिस्सा बन गया जिससे अन्य फसलों की पैदावार प्रभावित हुई और किसानों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई।

स्थायी बंदोबस्त की मुख्य विशेषताएं क्या थीं?

medium

Answer: स्थायी बंदोबस्त ने जमींदारों को स्थायी भू-राजस्व अधिकारी बना दिया, जिन्हें हर साल एक निश्चित राशि कंपनी को देनी होती थी।