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Chapter Analysis
Intermediate14 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में ध्वनि की उत्पत्ति, इसके संक्रमण और इसे सुनने की प्रक्रिया के बारे में बताया गया है। ध्वनि वायु, जल और धातु जैसी माध्यमों के माध्यम से प्रसारित होती है। अध्याय में ध्वनि की विशेषताओं जैसे आवृत्ति, आयाम और वेग के बारे में चर्चा की गई है। छात्रों को ध्वनि प्रदूषण और उसके प्रभाव भी समझाए गए हैं।
Key Topics
- •ध्वनि की उत्पत्ति
- •ध्वनि का प्रसार
- •ध्वनि की विशेषताएं
- •आवृत्ति और आयाम
- •ध्वनि प्रदूषण
- •माध्यमों में ध्वनि का वेग
Learning Objectives
- ✓ध्वनि के संचारण की प्रक्रिया को समझना
- ✓ध्वनि के विभिन्न गुणधर्मों जैसे आवृत्ति, आयाम को समझना
- ✓ध्वनि प्रदूषण और उसके प्रभावों के प्रति जागरूक होना
- ✓ध्वनि के व्यावहारिक अनुप्रयोगों की जानकारी हासिल करना
Questions in Chapter
ध्वनि किन-किन माध्यमों में संचरित हो सकती है?
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कौन सा तत्व ध्वनि की आवृत्ति न्यूनतम होने की संभावना होती है?
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निम्नलिखित दावों में सत्य के सामने 'T' और असत्य के सामने 'F' चिह्न लगाइए - ध्वनि निर्वात में संचरित नहीं हो सकती।
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उचित शब्दों से रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए - किसी वस्तु द्वारा एक कंपन को पूरा करने के लिए लिए गए समय को ... कहते हैं।
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एक तरंग 4 हर्ट्ज में 40 बार कंपन करती है। इसकी आवृत्ति क्या होगी?
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Additional Practice Questions
ध्वनि की गति किस माध्यम में सबसे अधिक होती है?
mediumAnswer: ध्वनि की गति ठोस माध्यम में सबसे अधिक होती है क्योंकि ठोस में अणु अधिक सघन होते हैं, जिससे ध्वनि की तरंगे तेजी से प्रसारित होती हैं।
ध्वनि प्रदूषण के क्या कारण हैं और इसे कैसे नियंत्रित किया जा सकता है?
hardAnswer: ध्वनि प्रदूषण के मुख्य कारणों में वाहनों की आवाज़, औद्योगिक गतिविधियाँ, और विमान की उड्डयन शामिल हैं। इसे कम करने के लिए ध्वनि रहित परिवहन, हरे बफर जोन और कानूनी सीमाएं लागू की जा सकती हैं।
ध्वनि की आवृत्ति और आयाम के बीच क्या संबंध है?
easyAnswer: ध्वनि की आवृत्ति उस ध्वनि की पिच को निर्धारण करती है, जबकि आयाम उसकी तीव्रता को। उच्च आवृत्ति उच्च पिच की ध्वनि पैदा करती है, जबकि अधिक आयाम अधिक तेज़ ध्वनि।
क्यों कुछ ध्वनियाँ सुनने में मधुर जबकि कुछ कर्कश लगती हैं?
mediumAnswer: ध्वनि की गुणवत्ता उसके आवृत्ति स्पेक्ट्रम और उसमें शामिल सद्भावी ध्वनियाँ निर्धारित करती हैं। समरूप और मधुर आवृत्तियाँ सुरीलीं मानी जाती हैं जबकि विक्षुब्ध ध्वनियाँ कर्णकटु होती हैं।
व्यक्तिगत सुरक्षात्मक उपकरण ध्वनि प्रदूषण से कैसे बचाते हैं?
easyAnswer: व्यक्तिगत सुरक्षात्मक उपकरण जैसे कानों के मफ्लर्स और इयरप्लग्स शोरगुल को कम करके कानों को ध्वनि प्रदूषण से बचाते हैं।