Loading PDF...
Chapter Analysis
Intermediate12 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में भारत में खाद्य सुरक्षा की अवधारणा और उसे सुनिश्चित करने के प्रयासों पर चर्चा की गई है। यह किसानों की भलाई, जनसंख्या की खाद्य आवश्यकताओं और भंडारण व वितरण के तरीकों पर केंद्रित है। इसमें सरकारी योजनाओं और उनकी क्रियान्वयन की चुनौतियों को उजागर किया गया है।
Key Topics
- •खाद्य सुरक्षा की आवश्यकता
- •आपातकालीन स्थितियाँ और खाद्य सुरक्षा
- •सरकारी योजनाएँ और उनका कार्यान्वयन
- •जनसंख्या और खाद्य आवश्यकताएँ
- •भंडारण और वितरण की चुनौतियाँ
Learning Objectives
- ✓खाद्य सुरक्षा की परिभाषा को समझाना
- ✓खाद्य असुरक्षा के कारण और प्रभाव पर चर्चा करना
- ✓सरकारी योजनाओं के महत्व को समझाना
- ✓ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच के अंतर को विश्लेषण करना
Questions in Chapter
भारत में खाद्य सुरक्षा को कैसे सुनिश्चित किया जाता है?
Page 52
कौन लोग खाद्य असुरक्षा से अधिक ग्रस्त हो सकते हैं?
Page 52
भारत में कौन से राज्य खाद्य असुरक्षा से अधिक ग्रस्त हैं?
Page 52
क्या आप मानते हैं कि हरित क्रांति ने भारत को खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बना दिया है? कैसे?
Page 52
भारत में लोगों का एक वर्ग अब भी खाद्य से वंचित है। व्याख्या कीजिए।
Page 52
Additional Practice Questions
भारत में खाद्य सुरक्षा के लिए कौन सी सरकारी योजनाएँ हैं?
mediumAnswer: भारत में खाद्य सुरक्षा के लिए कई सरकारी योजनाएँ चलाई जा रही हैं, जिनमें सार्वजनिक वितरण प्रणाली, अंत्योदय अन्न योजना, और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम शामिल हैं। ये योजनाएँ गरीबों और जरूरतमंद लोगों को सस्ता अनाज उपलब्ध कराने में मदद करती हैं।
खाद्य सुरक्षा के दृष्टिकोण से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में क्या अंतर है?
mediumAnswer: ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा अक्सर कृषि उत्पादन पर निर्भर करती है, जबकि शहरी क्षेत्रों में रोजगार और आय के स्रोत अधिक महत्त्वपूर्ण होते हैं। इसलिए, खाद्य सुरक्षा के उपाय अलग-अलग स्थानों के अनुसार भिन्न होते हैं।
खाद्य असुरक्षा के मुख्य कारण क्या हैं?
easyAnswer: खाद्य असुरक्षा के मुख्य कारणों में गरीबी, प्राकृतिक आपदाएँ, आर्थिक अस्थिरता और खराब भंडारण और वितरण प्रणाली शामिल हैं।
खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के प्रमुख बिंदु क्या हैं?
mediumAnswer: खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के प्रमुख बिंदु हैं: हर परिवार को सस्ता अनाज उपलब्ध कराना, कुपोषण का उन्मूलन, और महिला एवं बाल विकास पर ध्यान केंद्रित करना।
कृषि उपज और रोजगार के बीच क्या संबंध है?
mediumAnswer: कृषि उपज और रोजगार के बीच गहरा संबंध है क्योंकि अधिक उपज रोजगार के नए अवसर पैदा कर सकती है। इसके विपरीत, खराब उपज ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी बढ़ा सकती है।