Chapter 7: साखियाँ एवं सबद

Hindi - Kshitij • Class 9

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Chapter Analysis

Intermediate5 pages • Hindi

Quick Summary

यह अध्याय संत कवि और भक्ति यात्रा के दो महत्वपूर्ण पहलुओं - साखियाँ और सबद - पर केंद्रित है। दछिन और रामानंद जैसे संत कवियों के विचारों पर प्रकाश डालते हुए, यह अध्याय आध्यात्मिक जागरूकता और सामाजिक न्याय के संदेश को प्रस्तुत करता है। कबीर के कार्यों की सरल भाषा और शक्तिशाली भावनाओं के माध्यम से, अध्याय ईश्वर के प्रति प्रेम, ज्ञान और भक्ति के महत्व पर जोर देता है।

Key Topics

  • साखियाँ
  • सबद
  • कबीर के विचार
  • भक्ति आंदोलन
  • आध्यात्मिक जागरूकता
  • सामाजिक न्याय

Learning Objectives

  • साखियाँ और सबद के अर्थ और महत्व को समझना
  • भक्त कवियों के सामाजिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण को जानना
  • कबीर के काव्य की भाषा-सामर्थ्य को आकलित करना
  • भक्ति आंदोलन का प्रभाव और उसका समकालीन समाज पर प्रभाव पड़ताल करना

Questions in Chapter

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Additional Practice Questions

दछिन के भक्ति आंदोलन का मुख्य संदेश क्या था?

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Answer: दछिन का भक्ति आंदोलन प्रेम और भक्ति को सर्वोच्च मान्यता देने के साथ-साथ सामाजिक समानता और जातिगत भेदभाव के विरोध का संदेश देता है।

कबीर के काव्य में 'साखियाँ' का क्या महत्व है?

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Answer: कबीर की साखियाँ सरल लेकिन गहन सत्य को उजागर करती हैं, जो धर्म और समाज के खामियों को निशाना बनाती हैं और भक्ति के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती हैं।

कबीर के अनुसार सत्य और भक्ति के मार्ग में क्या बाधाएँ आती हैं?

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Answer: कबीर के अनुसार, मोह और माया के जाल में फँसकर मनुष्य सत्य की राह से भटक जाता है, इसलिए त्याग और ध्यान आवश्यक हैं।