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Chapter Analysis
Intermediate10 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में कृषि के विभिन्न प्रकार जैसे कि पारंपरिक कृषि, वाणिज्यिक कृषि, बागानी कृषि और स्थायी कृषि का उल्लेख किया गया है। इसमें भारतीय परिस्थितियों में कृषि की प्रणाली, फसल उत्पादकता बढ़ाने के उपाय और कृषि की भूमिका पर चर्चा की गई है। विभिन्न फसलों की उपज और उनके जलवायु संबंधी आवश्यकताओं का अध्ययन किया गया है।
Key Topics
- •पारंपरिक कृषि
- •वाणिज्यिक कृषि
- •बागानी कृषि
- •सिचाई के प्रकार
- •हरित क्रांति
- •उर्वरकों का महत्व
- •जलवायु और फसलें
- •सिल्क उत्पादन
Learning Objectives
- ✓विभिन्न प्रकार के कृषि पद्धतियों को समझना
- ✓भारतीय कृषि की विशेषताओं का अध्ययन करना
- ✓उपयुक्त जलवायु के अनुरूप फसलों की पहचान करना
- ✓कृषि विकास के लिए सरकारी योजनाओं का ज्ञान प्राप्त करना
- ✓कृषि उत्पादकता बढ़ाने के उपायों का विश्लेषण करना
- ✓स्थायी कृषि की आवश्यकताओं को पहचानना
Questions in Chapter
नीचे दिए गए में से कौन-सा फसल उत्पादन में वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा किए गए उपायों में से एक है?
Answer: हरित क्रांति
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पारंपरिक कृषि और वाणिज्यिक कृषि में क्या अंतर है?
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भारत में प्रमुख खाद्य फसलों के नाम बताएँ और जहाँ ये उगाई जाती हैं उनके क्षेत्रों का विवरण दें।
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Additional Practice Questions
भारत में चावल की खेती किन प्रमुख क्षेत्रों में की जाती है?
mediumAnswer: भारत में चावल की खेती मुख्यतः उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में की जाती है।
कृषि में उर्वरकों के सही उपयोग के लाभ क्या हैं?
easyAnswer: उर्वरकों के सही उपयोग से फसलों की वृद्धि तेज होती है, मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है, और उत्पादन गुणवत्ता सुधरती है।
भारत के सिल्क उत्पादन क्षेत्रों के नाम बताएँ।
mediumAnswer: भारत के प्रमुख सिल्क उत्पादन क्षेत्र कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और जम्मू और कश्मीर हैं।
विभिन्न फसलों के लिए किस प्रकार की जलवायु उपयुक्त होती है?
hardAnswer: धान के लिए गर्म और नमीयुक्त, गेहूं के लिए ठंडी शुष्क जलवायु, और गन्ने के लिए बेल गर्म जलवायु होती है।
वाणिज्यिक कृषि के मुख्य लाभ क्या हैं?
mediumAnswer: वाणिज्यिक कृषि से बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है, जो निर्यात संभावनाएं बढ़ाता है और क्षेत्रीय आर्थिक विकास में सहायक होता है।
भारत के प्रमुख चाय उत्पादन क्षेत्रों का नाम और उनका आर्थिक महत्व बताएं।
mediumAnswer: भारत के प्रमुख चाय उत्पादन क्षेत्र असम और दार्जिलिंग हैं, जो निर्यात के लिए महत्वपूर्ण हैं और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का स्रोत हैं।