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Chapter Analysis
Intermediate11 pages • HindiQuick Summary
यह अध्याय भारत में खनिज और ऊर्जा संसाधनों की स्थिति पर केंद्रित है। इसमें विभिन्न प्रकार के खनिज, उनके उपयोग, और संरक्षण के महत्वपूर्ण पहलुओं को समझाया गया है। ऊर्जा स्रोतों की विविधता और उनके पर्यावरणीय प्रभाव की भी चर्चा की गई है।
Key Topics
- •खनिजों के प्रकार
- •ऊर्जा संसाधनों के स्रोत
- •खनिजों का आर्थिक महत्व
- •ऊर्जा उत्पादन के पर्यावरणीय प्रभाव
- •देशीय खनिज वितरण
- •खनिज संसाधनों का संरक्षण
- •नवीकरणीय और गैर-नवीकरणीय ऊर्जा
- •पर्यावरणीय संतुलन में ऊर्जा की भूमिका
Learning Objectives
- ✓छात्र खनिज संसाधनों की परिभाषा समझ सकेंगे।
- ✓ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया और उसकी आवश्यकताओं को समझना।
- ✓भारत के प्रमुख खनिज और उनकी भौगोलिक स्थिति का ज्ञान।
- ✓खनिज और ऊर्जा संसाधनों का संरक्षण क्यों आवश्यक है।
- ✓नवीनीकरणीय ऊर्जा के प्रकारों की पहचान करना।
- ✓सतत विकास के लिए ऊर्जा प्रबंधन की महत्ता को समझना।
Questions in Chapter
दिल्ली के पास कौनसा खनिज अधिक मात्रा में पाया जाता है?
Page 3
कर्नाटक में किस प्रकार की ऊर्जा का विकास सबसे ज्यादा हुआ है?
Page 5
हवा से कौनसी ऊर्जा उत्पन्न होती है?
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Additional Practice Questions
भारत में खनिज संसाधनों के संरक्षण के उपाय क्या हैं?
mediumAnswer: खनिज संसाधनों के संरक्षण के लिए पुनःचक्रण, वैकल्पिक संसाधनों का उपयोग और सरकारी नीतियों का पालन आवश्यक है।
भारत में किस प्रकार की ऊर्जा मुख्यतः प्रयुक्त होती है?
easyAnswer: भारत में मुख्यतः कोयले से उत्पन्न ऊर्जा का उपयोग होता है, हालांकि नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की ओर भी ध्यान दिया जा रहा है।
भारत के किस राज्य में सबसे अधिक लोहा पाया जाता है?
mediumAnswer: ओडिशा में सबसे अधिक लोहा पाया जाता है।
खनिज संसाधनों के अत्यधिक दोहन के क्या प्रभाव हो सकते हैं?
mediumAnswer: खनिज संसाधनों का अत्यधिक दोहन पर्यावरणीय नुकसान जैसे प्रदूषण और भूमि क्षरण का कारण बन सकता है।
ऊर्जा संसाधनों का सतत प्रबंधन कैसे किया जा सकता है?
hardAnswer: ऊर्जा संसाधनों का सतत प्रबंधन उनके कुशल उपयोग, नवीकरणीय स्रोतों के उपयोग और ऊर्जा बचत तकनीकों के अपनाने से किया जा सकता है।