Chapter 9: यशपाल

Hindi - Kshitij • Class 10

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Chapter Analysis

Intermediate5 pages • Hindi

Quick Summary

यह अध्याय यशपाल के जीवन और उनके लेखन के बारे में है। इसमें यशपाल के विचार और उनके समाजिक एवं राजनैतिक दृष्टिकोण को उजागर किया गया है। उनका लेखन सामाजिक न्याय और स्वतंत्रता संग्राम से प्रेरित था। यशपाल ने समाज की कमजोरियों को प्रसारित करते हुए एक नई दिशा प्रदान की।

Key Topics

  • यशपाल का जीवन
  • समाजिक न्याय
  • स्वतंत्रता संग्राम
  • लेखन शैली
  • सामाजिक विषमताएं

Learning Objectives

  • यशपाल के विचारों की समझ विकसित करना
  • समाजिक न्याय के महत्व को समझना
  • यशपाल की लेखन शैली की विश्लेषण करना
  • समाज में बदलाव के लिए साहित्य के योगदान को पहचानना

Questions in Chapter

1- लेखक को नोक झोंक से किन भावनाओं का अनुभव हुआ कि वह उनसे बातचीत करने के लिए उपयुक्त भी नहीं हैं?

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2- नोक झोंक ने बहुत ही धैर्य से खीर को काटा, उदास चेहरे से, अंततः स्व-लिहाज से ही बाहर निकाल दिया। उन्होंने ऐसा क्यों किया होगा? उनका यह करना उनके आत्मा के किस गुण को दर्शाता है?

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3- बिना विचार, घटना और पात्रों के क्या कहानी लिखी जा सकती है। यशपाल के इस विचार से आप कहां तक सहमत हैं?

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4- आप इस लेख को और क्या नाम देना चाहेंगे?

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Additional Practice Questions

लेखक ने नोक झोंक का चरित्र चित्रण किस प्रकार किया है? उनके विचारों में कौन-कौन से पहलू दर्शाए गए हैं?

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Answer: लेखक ने नोक झोंक के चरित्र को सामाजिक असफलता के रूप में प्रस्तुत किया है। उनके विचारों में असहायता, असमर्थता और आत्मसमीक्षा का गहरा चित्रण है।

यशपाल के साहित्य में समाजिक न्याय की अवधारणा का कैसे वर्णन किया गया है?

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Answer: यशपाल ने अपने साहित्य में समाजिक अन्याय और विषमता के खिलाफ आवाज उठाई है। उनकी रचनाएँ समाजिक बदलाव की आवश्यकता को प्रमुखता देती हैं।

यशपाल की लेखन शैली को आप कैसे परिभाषित करेंगे?

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Answer: यशपाल की लेखन शैली तर्कसंगत, विचारोत्तेजक और समाजिक मुद्दों पर केंद्रित है। वह अपने लेखन से समाज के विभिन्न पहलुओं को उजागर करते हैं।

इस अध्याय में उभरे प्रमुख सामाजिक मुद्दों की पहचान करें और उनके समाधान के उपाय सुझाएं।

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Answer: इस अध्याय में गरीबी, अशिक्षा और सामजिक भेदभाव जैसे मुद्दे उभर कर आते हैं। इसके समाधान के लिए शिक्षा और जागरूकता फैलाना आवश्यक है।