Chapter 9: समास परिचय

Sanskrit - Vyakaranavithi • Class 10

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Chapter Analysis

Intermediate9 pages • Hindi

Quick Summary

इस अध्याय में 'समास' के प्रकारों और उनके उपयोग का विवेचन किया गया है। समास का अर्थ है दो या अधिक शब्दों को मिलाकर एक शब्द बनाना जैसे कि 'गायनकुशला'। इस अध्याय में अव्ययीभाव, तत्पुरुष, द्वंद्व, और बहुव्रीहि समास के भेदों को विस्तार से समझाया गया है। समास का अध्ययन व्याकरण के संक्षिप्त उपयोग को दर्शाता है।

Key Topics

  • समास का अर्थ
  • समास के भेद
  • अव्ययीभाव समास
  • तत्पुरुष समास
  • द्वंद्व समास
  • बहुव्रीहि समास

Learning Objectives

  • समास का परिचय और उसके महत्व को जानना
  • समास के विभिन्न प्रकारों की पहचान करना
  • व्याकरण में समास का सही प्रयोग करना
  • वाक्यों में समास के उदाहराणों का विश्लेषण करना
  • समास के भेदों के बीच के अंतर को समझना

Questions in Chapter

रीतित्वाक्येषपु सथूिप‍दाद् आद्रितय समसतप‍द ंद्वग्रह:

Page 105

अधोद्िद्ितवाक्येषपु सथूिप‍दाद् आद्रितय समसतप‍द द्ित:

Page 109

Additional Practice Questions

समास का महत्व क्या है?

medium

Answer: समास का महत्व भाषा में संक्षेपण करने और विचारों को प्रभावी रूप से प्रस्तुत करने के लिए होता है। यह पाठ्यक्रम को सुगम बनाता है और व्याकरण की संरचना को समझने में मदद करता है।

तत्पुरुष समास के प्रकारों का वर्णन करें।

medium

Answer: तत्पुरुष समास के दो प्रमुख प्रकार हैं— कर्मधारय और दिगु। कर्मधारय में विशेषण-विशेष्य का संबंध होता है जबकि दिगु में संख्यावाचक और विशेष्य का सामंजस्य होता है।

द्वंद्व समास में 'च' का प्रयोग क्यों होता है?

easy

Answer: द्वंद्व समास में 'च' का प्रयोग दो शब्दों को जोड़कर एक समाहित अर्थ देने के लिए किया जाता है। इससे दोनों शब्दों की समान प्रधानता स्थापित होती है।

बहुव्रीहि समास का प्रयोग कहां होता है?

medium

Answer: बहुव्रीहि समास का प्रयोग वहाँ होता है जहाँ मूल शब्दों के अलावा किसी अन्य पद की प्रधानता हो। उदाहरण: महाबाहु— जिनके दो बड़े-बड़े बाहु हों।

उपमान और उपमेय के आधार पर बनने वाला समास कौन सा है?

hard

Answer: उपमान और उपमेय के आधार पर बनने वाला समास 'कर्मधारय' है, जिसमें पहला पद उपमान और दूसरा उपमेय होता है। जैसे: नीलोत्पलम्।