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Chapter Analysis
Intermediate14 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में रेखाओं और कोणों के विभिन्न प्रकारों पर ध्यान केन्द्रित किया गया है, जिसमें समवर्ती रेखाएँ, समान्तर रेखाएँ, तथा विकर्ण रेखाएँ शामिल हैं। साथ ही, समकोणीय और पूरक कोणों के सिद्धांत का विस्तार से वर्णन किया गया है। इसमें प्रायोगिक गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को अवधारणाओं को समझाने का प्रयास किया गया है।
Key Topics
- •रेखा के प्रकार
- •पूरक कोण
- •समवर्ती रेखाएँ
- •समान्तर रेखाएँ
- •विकर्ण रेखाएँ
- •विरूद्ध कोण
Learning Objectives
- ✓रेखाओं के प्रकार की पहचान करना
- ✓पूरक और समकोणीय कोणों को समझना
- ✓समान्तर रेखाओं की विशेषताओं को जानना
- ✓वीरटिकल कोणों के गुण धर्म की पहचान करना
- ✓रेखाओं के विभेदक गुणों की पहचान करना
Questions in Chapter
रेखाओं के विभिन्न प्रकार कौन-कौन से हैं?
Page 84
पूरक कोणों के उदाहरण दीजिए।
Page 85
दिखाया गया X क्या है? यदि लम्ब समान्तर हैं?
Page 96
Additional Practice Questions
समान्तर रेखाओं के लक्षण क्या हैं?
easyAnswer: दो रेखाएँ जब एक ही तल पर खिंची जाती हैं और कभी भी आपस में नहीं मिलती हैं, वे समान्तर रेखाएँ कहलाती हैं।
पूरक कोणों की संगति कीजिए।
easyAnswer: जब दो कोणों का योगफल 180° होता है, तब उन्हें पूरक कोण कहते हैं।
रेखाओं के समवर्ती होने की स्थिति समझाएँ।
mediumAnswer: जब तीन या अधिक रेखाएँ एक ही बिंदु पर मिलती हैं, तो वे समवर्ती कहलाती हैं।
वीरटिकल कोणों के गुण धर्म का वर्णन करें।
mediumAnswer: जब दो रेखाएँ एक दूसरे को काटती हैं, तो उनके विपरीत कोण समान होते हैं, जिन्हें वीरटिकल कोण कहते हैं।
त्रिबुज के कोणों का योग सिद्ध करें।
hardAnswer: त्रिभुज के तीनों कोणों का योग हमेशा 180° होता है। इसे दिखाने के लिए, एक कोण पर समवर्ती रेखा खींचें और फिर समान्तर सिद्धांत का प्रयोग करें।