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Chapter Analysis
Intermediate20 pages • HindiQuick Summary
इस अध्याय में परिमेय संख्याओं की मूलभूत अवधारणाओं को समझाया गया है। इसमें परिमेय संख्याओं की परिभाषा, उनके प्रकार, और गणितीय संक्रियाओं जैसे जोड़, घटाव, गुणा, और भाग की चर्चा की गई है। साथ ही, धारणा का विकास किया गया है कि किस प्रकार परिमेय संख्याओं के साथ संक्रियाएँ की जाती हैं। इसे वास्तविक जीवन से जोड़कर सरल उदाहरणों से स्पष्ट किया गया है।
Key Topics
- •परिमेय संख्याएँ क्या हैं
- •गणितीय संक्रियाओं के नियम
- •संख्याओं की तुलना कैसे करें
- •अंश और हर का अनुपात
- •विभिन्न संख्यात्मक समस्याओं का समाधान
- •अवलंब नियम
- •संख्यात्मक समानताएं और अंतर
- •समीकरणों को हल करने के तरीके
Learning Objectives
- ✓छात्र परिमेय संख्याओं की परिभाषा समझ सकेंगे
- ✓संख्याओं के जोड़, घटाव, गुणा और भाग को समझेंगे
- ✓वास्तविक जीवन समस्याओं में परिमेय का प्रयोग कर सकेंगे
- ✓परिमेय संख्या के गुणधर्म और उसके उपयोगों को जान सकेंगे
- ✓अवलंब नियम और उसके अनुप्रयोग को समझेंगे
- ✓संख्यात्मक समस्याओं का सरलतम समाधान निकाल सकेंगे
Questions in Chapter
इस परिमेय संख्या का मान क्या होगा?: \( \frac{3}{5} + \frac{7}{10} \)
Answer: \( \frac{3}{5} + \frac{7}{10} = \frac{6}{10} + \frac{7}{10} = \frac{13}{10} \)
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डायग्राम से पता करे:
Answer: प्रश्न के अंतर्गत एक छवि होती है जिसमें संख्याओं के अनुपात और गुणांक को समझाया जाता है। इसको ध्यान से देखकर समीकरण हल करना होता है।
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Additional Practice Questions
दो परिमेय संख्याओं \( \frac{1}{3} \) और \( \frac{2}{5} \) का गुणा क्या होगा?
easyAnswer: \( \frac{1}{3} \) और \( \frac{2}{5} \) का गुणा: \( \frac{1}{3} \times \frac{2}{5} = \frac{2}{15} \)
यदि \( \frac{-3}{4} \) और \( \frac{5}{6} \) का जोड़ किया जाए, तो परिणाम क्या होगा?
mediumAnswer: \( \frac{-3}{4} + \frac{5}{6} = \frac{-9}{12} + \frac{10}{12} = \frac{1}{12} \)
परिमेय संख्या में किस प्रकार संख्याओं की तुलना की जाती है?
mediumAnswer: परिमेय संख्या की तुलना उनके समान हर के साथ की जाती है। दो समान हर वाली संख्याओं में जो बड़ी अंश वाली होती है वह संख्या बड़ी होती है।
परिमेय संख्याओं के लेकर चौथे और अंश के अनुपात को स्पष्ट करें।
hardAnswer: चौथे और अंश का अनुपात: यदि किसी संख्या को उसके गुणक के साथ जोड़ते हैं तो यह उसके मूल से बढ़ जाती है।
परिमेय संख्याओं का योगफल और गुणांकों के गुणन का उल्लास क्या होता है?
mediumAnswer: परिमेय संख्याओं का योगफल और गुणांकों के गुणन का उल्लास यह दर्शाता है कि परिमेय संख्याओं के बीच संचार्यता कैसे एक सरल गणितीय बाहरीकृत संकल्पना बन जाती है।