Chapter 8: बीजीय व्यंजक एवं सर्वसमिकाएँ

Math - Hindi • Class 8

Download PDF

Loading PDF...

Chapter Analysis

Intermediate12 pages • Hindi

Quick Summary

इस अध्याय ‘बीजीय व्यंजक एवं सर्वसमिकाएँ’ में बीजीय व्यंजकों के जोड़, घटाव और गुणन की प्रक्रियाओं को विस्तार से समझाया गया है। इसमें पदों के प्रकार, समान पदों को जोड़ना तथा घटाना, एकपद और बहुपद के गुणन के नियम, तथा वर्ग और घन से संबंधित सर्वसमिकाएँ दी गई हैं। छात्रों को यह सिखाया गया है कि कैसे बीजीय व्यंजकों को व्यवस्थित कर गणितीय समस्याओं को सरलता से हल किया जा सकता है।

Key Topics

  • बीजीय व्यंजक का जोड़ और घटाव
  • समान पद और असमान पद
  • एकपद, द्विपद और बहुपद का गुणन
  • वितरण का नियम
  • सर्वसमिकाएँ और उनका उपयोग
  • बहुपदों के गुणनफल का सरलीकरण
  • घटाव और जोड़ में संकेतों का प्रयोग
  • बीजीय व्यंजकों का व्यावहारिक प्रयोग

Learning Objectives

  • बीजीय व्यंजकों को पहचानना और वर्गीकृत करना सीखना
  • समान पदों को जोड़ना और घटाना आना
  • एकपद, द्विपद और बहुपद के गुणन के नियमों को समझना
  • वितरण नियम का उपयोग करते हुए गुणन करना सीखना
  • सर्वसमिकाओं को पहचानना और प्रयोग करना
  • गणितीय समस्याओं को बीजीय व्यंजकों द्वारा हल करने की क्षमता विकसित करना

Questions in Chapter

fuEufyf[kr dk योग ज्ञात कीजिए: (i) ab – bc, bc – ca, ca – ab (ii) a – b + ab, b – c + bc, c – a + ac (iii) 2p²q² – 3pq + 4, 5 + 7pq – 3p²q² (iv) l² + m², m² + n², n² + l², 2lm + 2mn + 2nl

Page 100

(a) 12a – 9ab + 5b – 3 में से 4a – 7ab + 3b + 12 को घटाइए। (b) 5xy – 2yz – 2zx + 10xyz में से 3xy + 5yz – 7zx को घटाइए। (c) 18 – 3p – 11q + 5pq – 2pq² + 5p²q में से 4p²q – 3pq + 5pq² – 8p + 7q – 10 को घटाइए।

Page 100

fuEufyf[kr एकपदों का गुणन कीजिए: (i) 4, 7p (ii) –4p, 7p (iii) –4p, 7pq (iv) 4p³, –3p (v) 4p, 0

Page 103

fuEufyf[kr पदों के गुणनफल ज्ञात कीजिए: (p, q); (10m, 5n); (20x², 5y²); (4x, 3x²); (3mn, 4np)

Page 103

fuEufyf[kr दो बहुपदों का गुणन कीजिए: (i) 4p, q + r (ii) ab, a – b (iii) a + b, 7a²b² (iv) a² – 9, 4a (v) pq + qr + rp, 0

Page 106

(a) 3x(4x – 5) + 3 को सरल कीजिए और x = 3 तथा x = ½ के लिए इसका मान ज्ञात कीजिए। (b) a(a² + a + 1) + 5 को सरल कीजिए और a = 0, 1, –1 के लिए इसका मान ज्ञात कीजिए।

Page 106

(i) (2x + 5) और (4x – 3) का गुणन कीजिए। (ii) (y – 8) और (3y – 4) का गुणन कीजिए। (iii) (2.5l – 0.5m) और (2.5l + 0.5m) का गुणन कीजिए। (iv) (a + 3b) और (x + 5) का गुणन कीजिए। (v) (2pq + 3q²) और (3pq – 2q²) का गुणन कीजिए।

Page 108

(x² – 5)(x + 5) + 25 को सरल कीजिए।

Page 109

(a + b)(c – d) + (a – b)(c + d) + 2(ac + bd) को सरल कीजिए।

Page 109

Additional Practice Questions

बीजीय व्यंजक क्या होते हैं? उदाहरण सहित समझाइए।

easy

Answer: बीजीय व्यंजक वे गणितीय अभिव्यक्तियाँ हैं जिनमें संख्याएँ और चर (जैसे x, y, z) मिलकर योग, घटाव, गुणा या भाग के द्वारा जुड़े होते हैं। उदाहरण: 3x + 2y – 5।

एकपद, द्विपद और बहुपद में क्या अंतर है?

easy

Answer: एकपद वह व्यंजक होता है जिसमें केवल एक पद होता है जैसे 3x²; द्विपद में दो पद होते हैं जैसे x + 5; और बहुपद में दो से अधिक पद होते हैं जैसे 2x² + 3x + 4।

दो बहुपदों के जोड़ के लिए कौन-सा नियम अपनाया जाता है?

medium

Answer: दो बहुपदों के जोड़ में समान पदों को जोड़कर नया बहुपद बनाया जाता है। उदाहरण: (3x² + 2x + 1) + (x² + 3x + 4) = 4x² + 5x + 5।

दो बहुपदों के गुणन के नियम को समझाइए।

medium

Answer: दो बहुपदों का गुणन करते समय पहले बहुपद के प्रत्येक पद को दूसरे बहुपद के प्रत्येक पद से गुणा किया जाता है और समान पदों को जोड़कर सरल किया जाता है।

समान पदों को पहचानने की विधि बताइए।

easy

Answer: वे पद जिनके चर और घात समान होते हैं, समान पद कहलाते हैं। जैसे 3x²y और –5x²y समान पद हैं।

यदि p = 2 और q = 3 हो तो 2p²q + 3pq² का मान ज्ञात कीजिए।

medium

Answer: p = 2, q = 3 रखने पर 2(2)²(3) + 3(2)(3)² = 2×4×3 + 3×2×9 = 24 + 54 = 78।

(a + b)² – (a – b)² का मान ज्ञात कीजिए और सर्वसमिका सिद्ध कीजिए।

medium

Answer: (a + b)² – (a – b)² = 4ab जो प्रसिद्ध सर्वसमिका है।

(x + 3)(x – 3) को विस्तार कीजिए।

easy

Answer: (x + 3)(x – 3) = x² – 9 जो वर्गों के अंतर की सर्वसमिका है।

यदि a = 2, b = –1, c = 3 हो तो 2a²b + 3ab² – c का मान ज्ञात कीजिए।

hard

Answer: 2(2)²(–1) + 3(2)(–1)² – 3 = 8(–1) + 3(2)(1) – 3 = –8 + 6 – 3 = –5।

एक बहुपद का वास्तविक जीवन में उपयोग बताइए।

easy

Answer: बहुपदों का उपयोग क्षेत्रफल, लागत, गति आदि से जुड़ी समस्याओं को हल करने में किया जाता है जैसे आयत का क्षेत्रफल (l + 3)(b + 2) द्वारा व्यक्त किया जा सकता है।